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‘ इंसेफेलाइटिस के खात्मे के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास की जरूरत ‘

-मानव सेवा संस्थान ‘सेवा’ द्वारा जे0ई0/ए0ई0एस0 से बचाव एवं जागरूकता पर आयोजित कार्यशाला में वक्ताओं की राय
-कार्यशाला में सी0डी0पी0ओ0 खोराबार, ग्राम विकस अधिकारी, मीडिया, सामाजिक संगठन, प्रबुद्ववर्ग, प्रधान, बी.डी.सी.,ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया
गोरखपुर, 5 जुलाई। मानव सेवा संस्थान ‘सेवा’ ने आज गोरखपुर जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के सभागार में जे0ई0/ए0ई0एस0 से बचाव व जागरूकता के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का शुभारम जिला स्वास्थ शिक्षा अधिकारी ओ0पी0जी0 राव और मानव सेवा संस्थान सेवा के निदेशक राजेश मणि ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस मौके पर संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने कहा कि पूर्वांचल 40 साल से मस्तिष्क ज्वर जे0ई0/ए0ई0एस0 की बीमारी का दंश झेल रहा है।  समूचे पूर्वांचल को इस बीमारी से निजात कब मिल पायेगी इसकी सूरत नजर नहीं आ रही है। श्री मणि ने कहा कि मानव सेवा संस्थान ने गोरखपुर जनपद के खोराबार ब्लाॅक के बेहद संवेदनशील 5 गाॅवों में जे0ई0/ए0ई0एस0 से बचाव के लिए ग्रामीणों के बीच कार्य
शुरू किया है। कार्य के दौरान पता चला कि इन 5 गाॅव में ही 130 हैण्डमम्पों में से 51 इण्डियाॅ मार्का पम्प खराब है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थित है क्योंकि स्वच्छ व सुरक्षित पेयजल के अभाव में ही एईएस का प्रसार होता है। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों पर बनने वाले आई0टी0सी सेन्टर ( इंसेफलाईटिस ट्रीटमेन्ट सेन्टर) को सक्षम बनाने पर जोर दिया ताकि मरीजों का भरोसा बने और वे इलाज के लिए सबसे पहले प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पर पहूॅचे। उन्होंने खुले में शौच को पूरी तरह समाप्त करने के लिए बड़ी संख्या में शौचालयों के निर्माण, जन जागरूकता अभियानों को और प्रभावी बनाने तथा इंसेफेलाइटिस के इलाज व रोकथाम से जुड़े सभी विभागों में समन्वय बनाने पर जोर दिया।

encephalitis workshop
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिला स्वास्थ शिक्षा अधिकारी ओपीजी राव ने कहा कि गांव में इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के लिए कार्य कर रहे मानव सेवा संस्थान को जिला स्वास्थ शिक्षा विभाग हर सम्भव सहयोग करेगा। संस्थान ने जो खोराबार ब्लाॅक के हाईरिस्क 5 गाॅव में जनता को जागरूक करने एवं मस्तिष्क ज्वर की बीमार से बचाव के लिए किया जा रहा कार्य सराहनीय है। मानव सेवा संस्थान सेवा के रोहन सेन ने इंसेफलाईटिस की रोकथाम कैसे की जाए, इस पर पीपीटी द्वारा प्रस्तुतिकरण किया एवं पूर्व में इंसेफलाईटिस पर सेवा द्वार किये बनायी गई डाक्यूमेंटरी दिखाई।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह कुमार सिंह ने कहा कि इंसेफेलाइटिस से आज भी बच्चों की मौत सरकारी तंत्र के साथ-साथ समाज की भी विपफलता है। समाज इस बीमारी के समूल खात्मे के लिए सरकार पर समुचित दबाव नहीं बना पा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी छह माह में 71 लोगों की मौत इस बीमारी से हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार आज भी इस बीमारी की रोकथाम के लिए चार महीने काम करती है जबकि इसके लिए 365 दिन और 24 घंटे कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने मानव सेवा संस्थान को इन पांच गावों को इंसेफेलाइटिस मुक्त माडल गांव बनाने के लिए कार्य करने को कहा। सी0डी0पी0ओ0 खोराबार शारदा देवी ने कहाॅ कि खोराबार ब्लाॅक के हाईरिस्क गाॅवों में हम अपने सहयोगीयों आगनबाड़ी, सहायिका के साथ मिलकर इस बीमारी से बचाव के लए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का पूर्ण प्रयास कर रहे है। कार्यशाला का संचालन धर्मेन्द्र ंिसह और धन्यवाद ज्ञापन चन्द्रशेखर सिंह ने किया ।
इस दौरान कार्यशाला में पी0जी0एस0एस0, सेफ सोसायटी, जी0एस0एस0 के प्रतिनिधि श्री प्रद्युम्न मिश्रा,, वैभव शर्मा, श्री हरीश चन्द्र यादव प्रधान जं0 अयोध्या प्रसाद, रामसिंगार यादव प्रधान चाफा, उर्मिला पाण्डेय आंगनबाड़ी, रविन्द्र प्रताप सहायक विकास अधिकारी, बबीता यादव, मुन्नीदेवी, फूलादेवी, रिता साहनी आदि सहित सैकड़ों की संख्याॅ में महिलाएं, खोराबार, ग्राम विकस अधिकारी, मीडियाॅ, सामाजिक संगठन, प्रबुद्ववर्ग, प्रधान, बी.डी.सी., सहित अनेक समाज से जुड़े लोग उपस्थित रहे।

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