गोरखपुर, 8 दिसम्बर। इस्लामी माह रबीउल अव्वल की 12 तारीख पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम के जन्मदिवस (ईद मिलादुन्नबी ) के रुप में मनायी जाती हैं। इस बार यह तारीख और भी खास हो गयी हैं। वजह अबकी बार बारह रबीवल अव्वल शरीफ अंग्रेजी माह के 12 दिसम्बर व 12 वें माह में पड़ रहा हैं। वहीं पैगम्बर साहब के जन्मदिवस का दिन भी सोमवार को ही पड़ रहा हैं।
पैगम्बर साहब सोमवार को दुनिया में तशरीफ लाये थे। यह संयोग कई जमाने बाद पड़ रहा हैं इसलिए मुस्लिम समाज में खुशी दुगनी हैं। तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। घरों और मस्जिदों पर हरे झंडे सजने लगे हैं। जुलूस निकालने की तैयारियां व आकर्षित झांकियां बनाने का काम तेज हो गया हैं। इस्लाम के पैगाम से सजे बैनर बनने शुरु हो गए हैं। बधाईंयों का दौर भी जारी हैं खास कर सोशल मीडिया पर। नखास स्थिति दुकानों पर झंडा, बिल्ला, स्टीकर, बैंड आदि की बिक्री तेज हो गयी हैं। ईद मिलाद के जलसों का दौर भी शुरु हो चुका हैं। जैसे-जैसे तारीख करीब आ रही हैं, उत्साह बढ़ता जा रहा हैं।
मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार के मुफ्ती अख्तर हुसैन अजहर मन्नानी ने बताया कि ईद मिलादुन्नबी ( पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम का जन्मदिवस ) का पर्व 12 दिसम्बर को मनाया जायेगा। चांद की तस्दीक कर ली गयी हैं। शहर के तमाम मुस्लिम धर्मगुरु इस पर एक राय हैं। उन्होंने बताया कि इसी दिन शहर की मस्जिदों पर बाद नमाजें फज़र परचम कुशाई होगी। इसी दिन शहर के विभिन्न मोहल्लों से ईद मिलादुन्नबी का जुलूस भी निकाला जायेगा। उन्होंने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस शंतिपूर्ण व अदबो ऐहतराम से निकलने की अपील की है।