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गोरखपुर-नरकटियागंज रेल प्रखण्ड पर जहरखुरानी गिरोह का आतंक

6 माह में एक दर्जन से अधिक यात्रियों को शिकार बनाया 

गुफरान अहमद

सिसवा बाजार (महराजगंज), 7 जनवरी। गोरखपुर-नरकटियागंज रेल प्रखण्ड पर जहरखुरानी गिरोह का आतंक विभागीय लापरवाही के कारण दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। जहरखुरान गिरोह 6 माह में एक दर्जन से अधिक यात्रियों को शिकार बना कर लाखों रूपये लूट  चुके हैं। राजकीय रेलवे पुलिस के लापरवाही से आज तक किसी भी मामले का खुलासा नही हो सका है।पीड़ित से तहरीर लेकर मामले की खानापूर्ति कर दिया जाता है।
गोरखपुर-नरकटियागंज रेल प्रखण्ड पर इन दिनों ज़हरखुरानी गिरोह की सक्रियता बढ़ गयी है। नोटबन्दी के बाद से प्रदेश के बाहर काम कर रहे मज़दूरों के समक्ष दिक्कतें आने से मज़दूर पलायन करने लगे हैं। इसके चलते इस प्रखण्ड पर जहरखुरानी गिरोह सक्रिय हो गये हैं। सूत्र बताते हैं कि राजकीय रेलवे पुलिस के पनियहवा चौकी ने कुशीनगर जनपद के खड्डा निवासी एक युवक को इस प्रखण्ड पर ट्रेनों में चलने वाले अनाधिकृत वेण्डरों से वसूली के लिये अवैध रूप से ठेका दे रखा है। सूत्रों की मानें तो उक्त खड्डा का युवक वेण्डरों से वसूली के साथ-साथ जहरखुरानी गिरोह को प्रश्रय देकर गिरोह से लूट के माल के हिस्सेदारी में शामिल है। और इसके साथ जहरखुरान मिलकर बेख़ौफ़ होकर ट्रेनों में लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ज़्यादातर घटनायें गोरखपुर से सिसवा और खड्डा के बीच होती हैं। बताया जाता है कि लूट के शिकार यात्री अगर जी आर पी पुलिस के पास जाता है, तो उससे तहरीर लेकर इलाज़ कराकर उसे घर भेज दिया जाता है। और आगे की कार्रवाई टांय-टांय फिस्स हो जाती है।

वर्ष 2016 के 6 माह में दर्जनों यात्री इस गिरोह के शिकार हुए हैं-

तारीख़-12 जुलाई 2016

जनपद के कोठीभार थानाक्षेत्र अन्तर्गत ग्रामसभा रामपुर खुर्द निवासी 32 वर्षीय पंकज पुत्र रामराज मुम्बई में शटरिंग का काम करता था। 11 जुलाई की रात में पंकज गोरखपुर पहुंचा। और 12 जुलाई को भोर में सप्तक्रान्ति एक्सप्रेस में सिसवा आने के लिये चढ़ा। मगर गोरखपुर और सिसवा के बीच में जहरखुरानों ने उसे अपना शिकार बनाकर उसका सब कुछ लूट लिया। सिसवा स्टेशन पर बेहोशी की हालत में उतरते ही वह प्लेटफार्म पर नीचे गिर पड़ा और एक घण्टे तक तड़पने के बाद पंकज ने दम तोड़ दिया।

तारीख़- 20 सितम्बर 2016

बिहार प्रान्त के मोतिहारी निवासी सत्यनारायण साहनी पुत्र जिमदार झाँसी में मत्स्य पालन केंद्र में काम करता था। छपरा गोल्ड एक्सप्रेस से वह 20 सितम्बर को घर जाने के लिये गोरखपुर पहुंचा और सवारी गाड़ी में सवार हुआ। सिसवा और घुघली के बीच में सत्यनारायण को जहरखुरानों ने शिकार बनाकर उसके पास से सोने का नथिया और 13 हज़ार रुपया लूट लिया। इतना ही नहीं जहरखुरानों ने उसे बेहोशी के हालत में सिसवा में प्लेटफार्म नम्बर दो पर सबसे किनारे उतार दिया।

तारीख़- 30 अक्टूबर 2016

मोतिहारी जिले के मन्नी छपरा गाँव निवासी 52 वर्षीय आसनारायन पुत्र सूर्यदेव सिंह उत्तराखण्ड के लोहगार्ड में काम करता था। दिवाली पर घर जाने के लिये वो बच्चों के कपड़े, बीवी के लिये जेवर और 26 हज़ार नकदी लेकर 29 अक्टूबर की रात में गोरखपुर स्टेशन से मोतिहारी जाने वाली सवारी गाड़ी में सवार हुआ। सिसवा आते-आते जहरखुरानों ने उसेअपना शिकार बना लिया और आसनारायन के पास रखा हुआ सारा सामान लूट लिया।

तारीख़- 2 दिसम्बर 2016

बिहार के चनपटिया निवासी मनीष साहनी मुम्बई से कमाकर घर वापस आने के लिये 2 दिसम्बर को रात में गोरखपुर से सोनपुर तक चलने वाली सवारी गाड़ी में सवार हुआ। गोरखपुर और कप्तानगंज के बीच जहरखुरानों ने चाय पिला उसे बेहोश कर दिया और उसके पास रखा नकदी और सामान लूट लिया। बेहोशी की हालत में जहरखुरानों ने उसे सिसवा स्टेशन पर उतार कर फरार हो गये। उसी दिन भोर में स्टेशन पर कुछ लोगों ने मनीष को बिहार जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया।

इस सन्दर्भ में जी आर पी पनियहवा के इंचार्ज महेन्द्र शुक्ल का कहना है कि जहरखुरान गिरोह की सूचना मिलने पर राजकीय रेलवे पुलिस समय-समय पर ट्रेनों में छापेमारी कर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करती है। जहाँ तक वेण्डरों से अवैध वसूली का सवाल है तो, मैंने हाल में ही पनियहवा चौकी ज्वाइन किया है। अगर ऐसा है तो जांचकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।
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