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‘ चिंता में पिता बीमार हैं, पैसे दे दो नहीं तो मेरी शादी रुक जाएगी ‘

नोटबंदी : व्यथा कथा

पिपराईच  (गोरखपुर), 17 नवम्बर। क्षेत्र के महुअवा निवासी शिवशरण की बेटी संजना की शादी दो दिसंबर को है। संजना अपनी बहन निर्मला के साथ बुधवार को शादी का कार्ड  सबूत के तौर पर लेकर स्टेट बैंक ताजपिपरा पिपराईच में पहुंची और बैंक कर्मियों से भुगतान के लिए गुहार लगाने लगी लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी और उसे अपने पैसे नहीं मिल पाये। एक स्थानीय पत्रकार ने भी बैंक मैनेजर से सिफ़ारिश की लेकिन मैनेजर ने साफ कह दिया कि बैंक में कैश नहीं है। जब पैसा आयेगा तभी हम कोई सहयोग कर पाएंगे ।

संजना ने बताया कि उसकी 2 दिसंबर को शादी है। बैंक से पैसा निकालने के लिए चार दिन से दौड़ रही हूँ लेकिन उसे एक रुपया नहीं मिला। उसने बैंक मैनेजर से कहा कि शादी के लिए पेट काट कर पैसे जमा किए हैं। रूपये दे दो नही तो मेरी शादी रूक जायेगी। चिन्ता में पिता जी की हालत बिगड़ गयी है।  संजना की गुहार पर भी मैनेजर विद्या प्रसाद ने मदद कर पाने में असमर्थता जता दी।

 

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