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छात्र -छात्राएं विश्व स्पर्धा के लिए तैयार रहें : राज्यपाल

दीदउ गोविवि का 36 वां दीक्षांत समारोह 

गोरखपुर, 19 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति राम नाईक ने मंगलवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आयोजित 36 वें दीक्षांत समारोह के अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हमारी स्पर्धा अब स्थानीय नहीं विश्व से होनी है. इसलिए हमें अपने को विश्व स्पर्धा के लिए तैयार करना होगा।
विश्वविद्यालय के 45 में से 37 गोल्ड मेडल छात्राओं की झोली में जाने पर कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण का दृश्य काफी सुखद है। उन्होंने कहा कि वे राज्य के 29 विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति हैं और इन सब में गोल्ड मेडल हासिल करने वाली गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्राओं का प्रतिशत सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि हमारे पढ़ाई के समय में लड़कियों की संख्या मुश्किल से चार होती थी। वे ज्यादा से ज्यादा नर्स या शिक्षका बन पाती थीं। अब स्थिति अलग है। आज महिलाएं फाइटर प्लेन उड़ाने की तैयारी कर चुकी हैं। अब तो स्थिति भी उनके पक्ष में है। देश की रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण भी महिला ही हैं।  कुलाधिपति ने कहा कि यदि हम असफल होते हैं तो भी हमें प्रयास करना नहीं छोड़ना चाहिए।
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प्रसिद्ध वैज्ञानिक तथा खगोल शास्त्र व खगोल भौतिकी अंतर विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय केन्द्र के संस्थापक निदेशक पद्मविभूषण डॉक्टर जयंत विष्णु नार्लीकर ने मुख्य अतिथि के रुप में दीक्षांत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि विद्या की महत्ता स्पष्ट है पर साथ ही विद्यादान करने वाले गुरु की महत्ता को हम भूल नहीं सकते। केंब्रिज के माहौल की खासियत यही है कि वहां शिक्षक, छात्र अनुसंधान की सुविधाएं आदि सबकी उत्कृष्टता पर बल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि होशियार छात्रों को सिर्फ पाठ्यपुस्तकों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए।
इसके पूर्व परंपरागत रूप से कार्य परिषद के सदस्य गण, विद्या परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कुलसचिव शत्रोहन वैश्य, कुलपति प्रो. वीके सिंह एवं स्वर्ण पदक विजेता विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।