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ट्वीट कर मांगी भोजपुरी की मान्यता

वाराणसी, 11 अगस्त.  भोजपुरी को आठवीं अनुसूची मे शामिल करने हेतु दिल्ली के जंतर-मंतर पर 9 अगस्त को  ‘भोजपुरी जनजागरण अभियान’ द्वारा दिये जा रहे धरने के समर्थन जन भोजपुरी मंच द्वारा मंच के नरिया, लंका स्थित कार्यालय पर ‘ट्वीट कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को ट्वीट कर भोजपुरी को आठवी अनुसूची मे शामिल करने का निवेदन किया गया।

आयोजन मे भारी संख्या मे भोजपुरी से जुड़े लोगो का जुटान हुआ। शिकागो, न्यूयॉर्क,लंदन, दुबई, सिंगापुर, मारीशस, बैंकाक से तथा भारत में मुम्बई, कोलकाता, भोपाल, गोरखपुर, लखनऊ,बलिया, गाजीपुर, कुशीनगर सहित अनेक शहरों से लोगो ने भोजपुरी को मान्यता देने के लिए ट्वीट किया।

इस अवसर पर जन भोजपुरी मंच के संयोजक प्रो0 सदानंद शाही ने कहा कि भोजपुरी का अपार साहित्य है. भोजपुरी क्षेत्र की जनता व्यवहारिक रूप से इस भाषा का प्रयोग करती है. आज लगभग 400 क्षेत्रीय बोलियां व भाषाएँ समाप्त होने के कगार पर है, ऐसे मे भोजपुरी संधर्ष करते हुये निरन्तर विकसित होती जा रही है। इसे मान्यता देकर गोरखनाथ, कबीरदास, रैदास, बिस्मिल्लाह खाॅ, भिखारी ठाकुर के इस बहुप्रचलीत भाषा का संरक्षण किया जा सकता है।

प्रो0 अवधेश प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव के दौरान भोजपुरी क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि सरकार बनने पर भोजपुरी को मान्यता देगें, लेकिन इस मुद्दे पर केवल अभी भी आश्वासन ही मिल रहा है. आज भी मोदी जी, उनके मंत्री व सांसद जब भोजपुरी क्षेत्र मे जाते है तो भोजपुरी मे भाषण तक ही सिमट जाते है। अब समय आ गया है कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची मे शामिल कर देना चाहिए. प्रो मृदुला सिंहा ने कहा कि भोजपुरी क्षेत्र से ही प्रधानमंत्री चुने गये है और गृहमंत्री स्वंय भोजपुरिया है, अतः दोनो को इस भाषा का सम्मान करते हुये अविलम्ब संविधान मे लाना चाहिए. इस अवसर पर डाॅ0 जान्हवी सिंह, डाॅ0 शैलेन्द्र सिंह, धीरज कुमार गुप्ता, दिलीप सिंह, इन्दुशेखर, रूद्र प्रताप, मनोहर कृष्ण, हिमांशु, ममता, दीपा वर्मा, स्वाति, प्रियंका आदि लोग मौजुद रहे.

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