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ढाई लाख की आय देने वाले सिसवा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं

–बिजली रहने के बावजूद भी नहीं चलता है पम्प

सिसवा बाजार, महराजगंज। पूर्वोत्तर रेलवे को प्रतिदिन ढाई लाख का आय देने वाला रेलवे स्टेशन सिसवा बाजार इन दिनों पेयजल की सुविधा से वंचित है। बिजली रहने के बाद भी पम्प के न चलने के कारण यात्री इस उमस भरी गर्मी में हलकान हैं। इतना ही नहीं पेयजल के चलते यात्री ही नहीं बल्कि विभाग के कर्मचारियों को भी काफी दुश्वारियों का सामना करना पड रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर-नरकटियागंज रेल प्रखण्ड पर स्थित सिसवा रेलवे स्टेशन की प्रतिदिन की कमाई लगभग ढाई लाख रूपये है। यहां प्रतिदिन 5 से 6 हजार की संख्या में यात्री चढते उतरते हैं। परन्तु बावजूद इसके यह स्टेशन यात्री सुविधाओं कि भरी कमी है। आलम यह है कि प्लेटफार्म नम्बर एक पर अधिकतर बल्ब फ्यूज हो गये हैं जबकि प्लेटफार्म नम्बर दो पर पोल तो हैं परन्तु बल्ब नदारद हैं। सबसे बडी समस्या यहां पेयजल की है। गर्मी के इन दिनों में यहां बिजली रहने के बावजूद भी पेयजल की टोटियां सूखी पडी हैं। परिणाम स्वरूप यात्रियों को स्टेशन पर मौजूद चापाकल का सहारा लेना पडता है। यात्री तो यात्री रेलवे कर्मचारी भी पेयजल सप्लाई बन्द हो जाने पर काफी परेशान हो जाते हैं। रेलवे कालोनी में भी पम्प चालू न होने के चलते पानी की सप्लाई बन्द हो जाती है। जिसके चलते कर्मचारियों के परिवारी जनों को भी बाहर के चापाकलों से काम चलाना पड रहा है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो सिसवा रेलवे स्टेशन पर तैनात पम्प चालक की लापरवाही के चलते यहां के यात्रियों को पेयजल की समस्या से जूझना पड रहा है। जिसकी शिकायत विभाग ने रेलवे के उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से कई बार दिया गया। परन्तु इसके बावजूद भी विभाग के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है।
सिसवा स्टेशन अधीक्षक अक्षयवर प्रसाद ने बताया कि यहां हो रही पेयजल की दिक्कतों के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। उम्मीद है कि शीघ्र ही यात्रियों को पेयजल की समस्या से निजात मिल जायेगा।⁠⁠⁠⁠

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