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दुबारा नौकरी पर लिए जाने की मांग को लेकर धरना दे रहे 5 पूर्व सफाई कर्मी गिरफ्तार, जेल भेजे गए

8 महिला कर्मियों का 107/16 में चालान, मुचलके पर रिहा
गोरखपुर, 3 मई । दुबारा नौकरी पर लिए जाने की मांग को लेकर आज जिला महिला अस्पताल गेट पर धरना दे रहे  13 सफाईकर्मियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनमें से 5 कर्मचारियों को सरकारी कामकाज में बाधा डालने के आरोप में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया जबकि 8 महिला सफाईकर्मियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
आज धरना दे रहे कर्मचारियों में से तीन ने कल महिला अस्पताल के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था।
ये कर्मचारी एक वर्ष से आउटसोर्स पर जिला महिला अस्पताल में काम कर रहे थे।
इनकी सेवा प्रदाता कंपनी का काण्ट्रैक्ट मार्च माह में समाप्त हो गया। नई कम्पनी के काण्ट्रैक्ट साइन होने के बाद  जिला महिला अस्पताल में काम कर रहे डेढ़ दर्जन से अधिक सफाईकर्मियों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया। आपसी समझौते के तहत पुरानी कम्पनी के 10 लोगों को नई कम्पनी में भी सफाईकर्मी मानते हुए अस्पताल प्रशासन द्वारा रख लिया गया। डेढ़ दर्जन से अधिक सफाई कर्मी वंचित हो गए। इसी मुद्दे पर पिछले कुछ दिनों से वंचित कर्मी आंदोलनरत थे।
बुधवार को मरीजों के आवाजाही के बीच आंदोलनकारी सफाई कर्मियों ने अस्पताल गेट पर तालाबंदी की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने इसे नाकाम कर दिया। सफाईकर्मियों ने गेट पर ही बैठ कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। नगर निगम पुलिस चौकी प्रभारी राजेन्द्र कुमार सिंह ने धरना दे रहे सफाईकर्मियों को हिरासत में लेकर कोतवाली पहुंचा दिया जिसमें 8 महिला और 5 पुरुष प्रदर्शनकारी शामिल थे। इन्हें सरकारी राजकाज में बाधा पहुंचाने के जुर्म में उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
 कोतवाली पुलिस ने चौरीचौरा निवासी बलवंत प्रसाद, गोरखनाथ निवासी निजामुद्दीन अहमद, खोराबार निवासी राजेन्द्र कुमार और कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले मो़ उमर व अतहर हुसैन उर्फ छोटू को कोर्ट में प्रस्तुत किया जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

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