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निजीकरण का विरोध कर रहे बिजली निगम के अफसरों और कर्मचारियों ने असुरन पर चाय-पकौड़ा बेचा

गोरखपुर. निजीकरण के विरोध में आन्दोलन कर रहे बिजली निगम के अफसरों और कर्मचारियों ने शनिवार को चाय-पकौड़ा बेचा। पकौड़े का नाम अमित शाह पकौड़ा और चाय को मोदी चाय बताया। कर्मियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और कहा कि निजीकरण से बेरोजगारी में भी बढ़ोत्तरी होगी। चाय-पकौड़ा खरीदने को लोगों की भारी जमा रही। कर्मचारी दस रुपये में चार पकौड़ा और दो रुपये में एक चाय दे रहे थे।

10 दिन से आंदोलन कर रहे बिजली कर्मियों ने विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले राजकीय पालिटेक्निक असुरन चौराहा के पास पकौड़े की दुकान लगाई। बिजली कर्मचारियों ने कहा कि निजीकरण से न सिर्फ बिजली कर्मियों व उपभोक्ताओं का नुकसान होगा वरन बेरोजगारी भी बढ़ेगी। निजी कंपनी ज्यादा से ज्यादा रुपये कमाने आएगी। वह कम संसाधन में काम चलाएगी, इस कारण पहले से काम कर रहे लोगों का रोजगार छिनेगा। आइटीआइ और पालिटेक्निक करने वाले छात्रों को प्राइवेट कंपनी नौकरी नहीं देगी। उसे कम रुपये में काम करने वाले कर्मचारी चाहिए होंगे, भले ही वह प्रशिक्षित न हों। कहा कि सरकार की आंखें खोलने के लिए बिजली निगम के अफसर और कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। हम उपभोक्ताओं को बिल्कुल परेशान नहीं करना चाहते इसलिए हड़ताल के बाद भी आंधी से गिरे पोल-तार ठीक करने में सहयोग किया।

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