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नेपाल बार्डर पर सभी नदियां उफनाईं, नवलपरासी में बाढ़ का पानी घुसा

ठूठीबारी (महराजगंज), 22 जुलाई। पहाड़ पर लगातार बारिश से झरही नदी उफान पर आ गई है जिससे बाढ का पानी लोगो के घरो मे घुस गया। बढते जलस्तर को देखते हुए पुलिस तथा सेना के जवानों को लोगो की मदद में लगाया गया है।  शुक्रवार की सुबह झरही नदी की बाढ़ से नवलपरासी शहर में पानी घुस गया।  देखते ही देखते पुरा नवलपरासी जलमंग्न हो गया। जिला प्रशासन कार्यालय, जिलाविकास समिति,एसपी कार्यालय का प्रांगण भी जलमग्न हो गया।नवलपरासी प्रमुख जिलाधिकारी महादेव पंत ने बताया की बढते पानी को  देखते हुए जगह-जगह सेना के जवान व पुलिस कर्मीयो को लोगो की मदद के लिए लगा दिया गया है।

भारतीय क्षेत्र में भी झरही नदी ने मचायी तबाही
भारतीय क्षेत्र के ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के राजाबारी के टोला पजरफोरवां मुख्यमार्ग के उपर झरही नदी के बाढ का पानी बह रहा है जिससे नवनिर्मित पिच रोड व सडक में बने पुलिया पुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कगार पर है। बाढ के पानी का दबाव बढने से पजरफोरवां गांव के लोगो का मुख्य सडक से अवागमन बंद हो गया। ठूठीबारी के कालीगंज केवटलियां मोहल्ले में नाली जाम होने से नाली का गंदा पानी व झरही नदी के बाढ का पानी लोगो के घरो तक चला जा रहा है।

ताल से मछलियां बहीं, लाखों की क्षति
शुक्रवार की सुबह जब झरही नदी में तेज बाढ का पानी आया तो पजरफोरवां गांव के समीप स्थित ताल में ठूठीबारी निवासी कृष्णमोहन चौधरी द्वारा पाली गयी लाखो की मछलियां बाढ के पानी के साथ बह गईं।
 बरगदवा क्षेत्र के कनरी चकरार गांव में घुसा महाव का पानी
महाव तटबंध का कहर रूकने का नाम नहीं ले रहा है। भारत-नेपाल सीमा स्थित कनरी चकरार में यह तटबंध एक जुलाई को तीन जगहो पर टूट गया था। दो जगहों देवघट्टी व दोगहरा के पास टूटे तटबंध की मरम्मत हो गई लेकिन कनरी चकरार का टूटा बाध नहीं बाधा गया जिससे पिछले कई दिनों से पहाड़ो व सीमावर्ती क्षेत्रो में रूक रूक कर बारिश होने से कनरी चकरार गाव में महाव का पानी गांव में तीन फिट उपर तक पहुच गया है! कई घर तो चारो अोर पानी से घिर गए हैं। इससे लोग घर छोड़ सुरक्षित जगह पलायन कर रहें है। बाढ़ के चलते करिब सैकड़ो एकड़ फसल प्रभावित हुई है। दूसरी अोर भारत नेपाल सीमा के पास  स्थित नेपाल का गांव रगरगंज भी प्रभावित हुआ है।यहाँ के लोगो का कहना है कि टूटे तटबंध की मरम्मत समय से हो गई होती तो आज  बाढ़ का पानी गांव में नहीं घुसता। इस क्षेत्र के लोग सहमें हुए है। पानी का दबाव बढ़ता ही जा रहा है।भरत चौधरी, भोला चौधरी, सवारे राजभर, सुदामा गौड. भुवाल चौधरी जगदीश चौधरी आदि लोगों के घरो में लगभग तीन फिट तक पानी पहुच गया है।

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