समाचार

नोटबंदी के कारण पैसा नहीं मिल सका, पूरी रात अस्पताल में भर्ती नहीं हो सका घायल होमगार्ड

गाँव वालों ने पैसा भेजा तो सुबह निजी अस्पताल में भर्ती हो पाया 

जय सिंह

लेहड़ा बाजार, महराजगंज। लेहड़ा बाजार के पास मंगलवार की रात मार्ग दुर्घटना में घायल होमगार्ड के परिजन पैसे के अभाव में उसे किसी अस्पताल में भर्ती नहीं करा सके। घायल होमगार्ड और उसकी शिक्षा मित्र पत्नी का बैंक अकाउंट है और उसमें धन भी था लेकिन नोटबंदी के कारण उन्हें किसी एटीएम से पैसा नहीं मिल सका। गाँव के लोगों चंदा कर पैसा जुटाया तो आज सुबह घायल होमगार्ड गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो सका।

           बृजमनगंज थाना क्षेत्र के दुबौलिया ग्रामसभा के भैसहीया टोला निवासी ओमप्रकाश पुत्र रामदयाल (40) होमगार्ड हैं। वह मंगलवार की शाम को बाइक से बृजमनगंज से घर आ रहे थे। बृजमनगंज -फरेन्दा मार्ग पर इशरीबर के पास एक कुत्ते को बचाने के चक्कर में वह घायल हो गया। पुलिस ने 108 नम्बर एम्बुलेंस से उसे सीएचसी बृजमनगंज भेजा। सिर में गंभीर चोट होने से प्राथमिक उपचार के बाद ओमप्रकाश को जिला अस्पताल भेज दिया गया। नाक और कान से खून निकलता देख डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया।

         परिजन उसे रात में गोरखपुर ले गए। उस वक्त परिजनों के पास पैसा नहीं था। इस कारण परिजन रात में उसे किसी अस्पताल में भर्ती नहीं करा सके। सुबह घायल ओमप्रकाश के पिता रामदयाल गाँव आए और ग्रामीणों से पैसा लेकर गोरखपुर जा कर बेटे को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ उसका इलाज चल रहा है।

           ओमप्रकाश की पत्नी शिक्षामित्र है। उसने बताया कि जिस बैंक में उसका खाता है, वहाँ से उसे पैसा नही मिल रहा है। इसलिए इलाज के खर्चों के लिए अभी भी दिक्कत हो रही है।

इस क्षेत्र में बृजमनगंज में स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक की और लेहड़ा व बृजमनगंज में पूर्वांचल ग्रामीण बैंक की शाखा है लेकिन लोगों को भुगतान के लिए तरसना पड़ रहा है। तीन-तीन तक एक रुपया नहीं मिल पा रहा है।

Related posts