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नो एंट्री के आदेश से नाराज व्यापारियों का 26 से महेवा मंडी बंद करने का ऐलान

गोरखपुर, 25 दिसम्बर। पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी के 26 दिसम्बर से पहली बार अनिश्चित काल के लिए बंद करने का ऐलान किया गया है जिससे प्रतिदिन मंडी परिषद को होने वाले राजस्व लगभग 1 लाख प्रतिदिन का नुकसान होगा।

यह  ऐलान शनिवार को प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारवार्ता के दौरान पूर्वांचल सब्जी फल थोक विक्रेता कल्याण समिति के पदाधिकारियों संजय शुक्ल और मोहम्मद याकूब ने की।
उन्होंने कहा कि डीएम द्वारा सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक शहरी क्षेत्र में नो एंट्री के आदेश से पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी महेवा में जरूरी सामानों की आमद और निकासी मुश्किल हो गयी है।

उन्होंने ने कहा कि विगत 21 दिसम्बर को जब डीएम से प्रतिनिधि मंडल ने नो एंट्री विषय पर बात करनी चाही तो उन्होंने बिना कुछ सुने फरमान सुना दिया कि इस व्यवस्था में कोई फेरबदल नही किया जायेगा। अगर व्यापर करना है तो अपने कच्चे माल को छोटी छोटी गाड़ियों से लाकर व्यापार करें। शायद उन्हें नही मालूम कि इस मंडी में कच्चा माल कई प्रदेशों से बड़ी गाड़ियों द्वारा आता है और उन गाड़ियों में 15 से 20 टन के बीच मॉल होता है, जो छोटी गाड़ियों से मंडी में लाना सम्भव नही है।

एक तरफ व्यापारी जहां नोटबन्दी से परेशान है,वहीं दूसरी तरफ गोरखपुर का जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन नो एंट्री के नाम पर नाका बन्दी किए हुए है, जबकि जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को मालूम है कि पहले मंडी शहर के अंदर होती थी ,वर्तमान समय में शहर के हाइवे के किनारे है।इसलिए इस क्षेत्र में नो एंट्री लगाया जाना वाजिब नही है,क्योकि इस क्षेत्र में कोई बड़ा शैक्षिक संस्थान या मार्किट भी नही है।

श्री शुक्ल ने कहा कि सब्जी मंडी के व्यापारियों को मंडी बन्द करने के लिए और होने वाले राजस्व के नुकसान के लिए स्वयं जिला प्रशासन उत्तरदायी होगा।इसलिए मंडी को 24 घण्टे नो एंट्री से मुक्त रखा जाय।⁠⁠⁠⁠

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