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पांच सौ और एक हजार के नोट बंद होने के सदमे से गरीब महिला की मौत

एक-एक हजार के दो नोट लेकर बैंक जमा करने आई थी तीर्थराजी देवी
कुशीनगर, 9 नवम्बर। कुशीनगर जिले के कप्तानगंज में 500 और एक हजार के नोट बंद होने की सूचना से आज सुबह दस बजे सेंट्रल बैंक के सामने एक गरीब महिला की सदमे से मौत हो गई।
महिला का नाम तीर्थराजी देवी था और वह कप्तानगंज क्षेत्र के खभराभार गांव के करनहा टोला की रहने वाली थी। उसका पति रामप्रसाद लोगों के कपड़े धुलकर घर चलाता है। तीर्थराजी (60 वर्ष) मजदूरी करती हैं। वह आज अपनी बचत के एक-एक हजार के दो नोट लेकर सेंट्रल बैंक में जमा करने आयी थीं। उसे नहीं मालूम था कि आधी रात के बाद से ही 500 और एक हजार के नोट सरकार ने बंद कर दिया है। उसे यह भी नहीं मालूम था कि आज बैंक बंद है। वह बैंक खुलने के इंतजार में बैठी थी। पास के चाय की दुकान पर बैठे कुछ लोग 500 और एक हजार के नोट बंद किए जाने की चर्चा कर रहे थे। उसे यह समझ में आया कि उसकी गाढ़ी कमाई के दो हजार रूपए बर्बाद हो गए। उसे भारी सदमा लगा और वह चक्कर खा गिर पड़ी। लोग कुछ समझते, तब तक उसकी जान जा चुकी थी।

विलाप करते परिजन

विलाप करते परिजन

उसके पास मौजूद मोबाइल से लोगों ने उसके घर खबर किया तो मौके पर परिजन पहुंचे और शव को गाँव ले गए।

गाँव के पूर्व प्रधान एवं वर्तमान प्रधान ध्रुवपती देवी के पति अवधेश साहनी ने बताया कि रामप्रसाद बहुत गरीब है। वह और उसकी पत्नी तीर्थराजी किसी तरह जीवन गुजारा कर रहे थे, उनके तीन बेटे हैं जो अलग रहते हैं और मजदूरी कर आजीविका चलाते हैं।

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