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‘ पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब की तालीम से विश्व शंति संभव ‘

गोरखपुर, 12 दिसम्बर। मोहल्ला गाजी रौजा मरहूम काजी नईमुर्रहमान के आहाता में पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को जश्न-ए-ईदमिलादुन्नबी का आयोजन हुआ।

जिसमें मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार के मुफ्ती अख्तर हुसैन अजहर मन्नानी ने कहा कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब की तालीम से विश्व शंति संभव हैं। पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब ने अपने चाल-चलन, मुहब्बत, भाईचारगी, अमनों शंति, अमानतदारी, वादा वफाई की वजह से  सबका दिल जीत लिया। सारा जहां पैगम्बर का जन्मदिवस मना रहा हैं। उन्होंने कहा कि  मां और बाप जन्नत तक पहुंचने का जरिया हैं जो इनको खुश रखेगा अल्लाह उसको जन्नत अता फरमायेगा। बेटियां रहमत है यह अपने मां बाप को जन्नत दिलायेंगी।

मौलाना रियाजुद्दीन ने कहा कि कमजोरों पर जुल्म ना करो और औरतों की इज्जत करो। उनको सताओ नहीं। मजदूरों पर उनके ताकत से ज्यादा बोझ न लादो और ना ही ताकत से ज्यादा काम लो। उनकी मजदूरी बिला परेशान कि पसीना सूखने से पहले अदा करो। हर बड़े का अदब करो। यहीं पैगाम है हमारे पैगम्बर का।इसे आम करो। इस्लाम के फर्जों की अदायगी वक्त पर करें।

शेख झाऊं मस्जिद के इमाम मौलाना फैजुल्लाह कादरी  ने कहा कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब ने फरमाया कि पड़ोसियों के साथ मुहब्बत से रहो। उनके खुशी गम में बराबर के शरीक रहो। छोटों से मुहब्बत करो। आपस में मुहब्बत से रहो। लड़ाई झगड़े से दूर रहो। हाफिज अब्दुर्रहमान ने पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब की फजीलत बयान की।

इससे पहले नात शरीफ हाफिज फिरोज, जाकिर शाह, हाफिज रहमत अली ने प्रस्तुत की। अध्यक्षता हाफिज नजरे आलम कादरी ने व संचालन राज आजमी ने किया। कार्यक्रम के आखिर में सलातो सलाम  पेश कर दुआ मांगी गयी।

इस दौरान काजी वसीमुर्रहमान, काजी इनामुर्रहमान,  अब्दुर्रहमान, डा. अजीज अहमद, अब्दुल रशीद, सैयद मुमताज अली, सबीहुर्रहमान, एजाज अहमद, उजैर अहमद, वैसुर्रहमान, ताबिश, सिराज, शहबाज, मोहम्मद आजम सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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