निचलौल , 1 जुलाई। पहाड़ पर भरी बारिश से उफनाए महाव नाले ने एक बार फिर तटबंध को तीन जगह तोड दिया जिससे किसानो के सैकडो एकड़ धान की फसल पुरी तरह से जलमंग्न हो गया।
शुक्रवार की सुबह नेपाल के पहाडो पर भारी बारीश हुआ जिससे कुछ ही घंटो में महाव नाला उफान पर आ गया । पानी का दबाव तेज होने के कारण दोगहरा गांव के पूरब 15 जून को टूटे महाव तटबंध के जगह पुनःमहाव नाले का पश्चिमी तटबंध अकबर देवान के खेत के सामने लगभग 35 मीटर टूट गया। कुछ देर के बाद देवघट्टी गांव के पश्चिम पुरबी तटबंध मेघु यादव के खेत के सामने लगभग 40मीटर टूट गया।व कनरी चकरार गांव के पश्चिम महाव का पूरबी तटबंध बरगदवां निवासी रामबली के खेत के सामने करीब 10 मीटर टूट गया।जिससे किसानो के खेत में धान की रोपाई किये सैकडो एकड फसल जलमंग्न हो गये।
परसामलिक क्षेत्र के विसुनपुरा,पिपरहीयां,जहरी,महरी,घोडहवां व बरगदवां क्षेत्र के देवघट्टी,नरायनपुर, शिकारगढ ,हरपुर आदि दर्जनो गांव के किसानो के खेत मे रोपाई किये धान की फसल महाव के मटमैले पानी से पट गये।साथ ही तेजी से महाव का पानी गांवो के तरफ बढने लगा जिससे बरगदवां निवासी घरभरन नाऊ देवघट्टी निवासी पन्ना लाल,विश्वम्भर गुप्ता,जगदीश,हरीराम,फुलबदन,पारस यादव आदी किसानो ने महाव तटबंध की तबाही से लोगो मे आक्रोश व्याप्त है।