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बी गैप : नाम मात्र का  काम, पांच करोड़ का भुगतान

– 2015-16 में बी गैप के तेरह नम्बर ठोकर पर स्वीकृत थी 6.70 करोड की परियोजना

–  नोज व डाउन स्ट्रीम पर होना था मरम्मत व ऐजक्रेटिंग का कार्य

रवि सिंह 

महराजगंज, 20 जुलाई। नेपाल स्थित अन्तर्राष्ट्रीय तटबंध बी गैप के डेंजर जोन बने ठोकर संख्या तेरह पर पिछले वर्ष कराये गए कार्य में व्यापक गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यह कार्य आजा तक पूरा नहीं हुआ है लेकिन ठेकेदार को 5.25 करोड़ का भुगतान कर दिया गया।
पहले से ही डैमेज बी गैप के ठोकर संख्या तेरह पर लगातार बढते नदी के दवाब को देखते हुये गंगा फ़्लड कंट्रोल कमेटी (जीएफसीसी)  ने वर्ष 2015-16 में 6 करोड 70 लाख की परियोजना को मंजूरी दी थी।इसके तहत ठोकर के डैमेज नोज की पुनर्स्थापना व ठोकर के डाउन स्ट्रीम में 200 मीटर पांच लेयर में ऐजक्रेटिंग का कार्य किया जाना था लेकिन जेई व विभाग की मिलीभगत से बंधे पर नाम मात्र काम करा कर काम से अधिक का रनिंग पेमेंट ठेकेदार को कर दिया गया।  6 करोड 70 लाख की इस परियोजना में डैमेज नोज का भी सही ढंग से मरम्मत नही कराया गया जबकि पांच लेयर की बजाय तीन लेयर भी पूरी तरह से ऐजक्रेटिंग का कार्य न होने के बावजूद भी विभाग ने करीब 5 करोड 25 लाख का रनिंग पेमेंट कर दिया।जिसके बाद जेई ठेकेदार मौके पर झांकने भी नही आये जिसके चलते आज नदी ठोकर संख्या तेरह केअप व डाउन स्ट्रीम पर जहाँ व्यापक कटान कर रही है वही पहले से क्षतिग्रस्त ठोकर के नोज को धीरे धीरे अपनी आगोश में समेटते हुये तेजी से बी गैप की ओर बढ रही है।ऐसे में वक्त रहते ठोकर संख्या तेरह के सुरक्षा का इंतेजाम नही किया गया तो बीते वर्ष की लापरवाही इस वर्ष तबाही का कारण बन सकती है।
इस संबध में एक्सीएन विरेन्द्र कुमार यादव का कहना है कि बीते वर्ष की परियोजना के बावत विशेष जानकारी नही है।अगर पिछले परियोजना का कार्य अधूरा है तो जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। ठोकर संख्या तेरह की संवेदनशीलता को लेकर हम अलर्ट है।

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