पर्यावरण

ब्लैक मैंगों नजर आयेगा एमएमएमयूटी में

इंटेक ९ अगस्त को लगायेगा विलुप्त हो रहे पौधे

गोरखपुर, 5 अगस्त। इंडियन नेशनल ट्रस्ट आॅफ आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटेक )की गोरखपुर शाखा 9 अगस्त को सुबह 10 बजे मदन मोहन मालवीय प्रोद्योगिकी विवि प्रांगण में करीब 50 विलुप्त हो रहे फलदार पौधे लगायेगी।

यह जानकारी बैंक रोड स्थित एक होटल में इंटेक के इं.एमपी कंदोई व पीके लाहिड़ी ने आज पत्रकारों से बातचीत में दी।

दोनों पदाधिकारियों ने बताया कि विवि में स्थापित हो रहे विरासत उड्डयन वाटिका के प्रथम चरण में करीब ५० विशिष्ट पौधों का रोपण विवि के कुलपति प्रों. ओंकार सिंह द्वारा किया जायेगा। पौधों में खिरनी, पनियाला , फालसा, बड़हल, गवरजीत आम,  गंधराज, नीबू, फजली, चालता, जामरुल, ब्लैक मैंगों, जंगल जलेबी आदि शामिल हैं।
पीके लाहिड़ी ने बताया कि यह चिंता का विषय हैं कि धीरे-धीरे पूर्वांचल से उक्त सभी प्रजातियां विलुप्त होती जा रही हैं। आज की युवा पीढ़ी ऐसी पारंपरिक पौधों के बारे में नहीं जानती है जिसे संरक्षित किया जाना इंटेक अपना दायित्व समझता हैं। एक समय था कि गोरखपुर के पनियाले और फालसा की धूम थी। इसी क्षेत्र की गोल लीची जिसे स्थानीय गोलवा लीची के नाम से जाना जाता था, वह भी प्राय: विलुप्त है।
एमपी कंदोई ने बताया कि ऐसे पौधों को ढ़ूढ़कर संकलित किया जाना चाहिए। जिम्मेदार विभाग खामोश है जो चिंता का विषय हैं। उन्हें ऐसे पौधों के संरक्षण की योजना बनानी चाहिए।

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