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महराजगंज जिले के 18 वन ग्रामों को मिला राजस्व गांव का दर्जा

डीएम ने सूररपार वन ग्राम जाकर कर वनटांगियों को दी जानकारी

महराजगंज,  12 नवंबर. जिले के चारों तहसीलों में स्थित 18 वन ग्राम अब राजस्व गांव हो गए हैं, सरकार ने इन सम्बन्ध में शासनादेश जरी कर दिया है. इसके पहले गोरखपुर के 5 वन ग्रामों को राजस्व गांव बनाया गया था.

जिलाधिकारी वीरेन्द्र कुमार सिंह ने जब सूरपार वन ग्राम में जाकर वनटांगिया समिति के समक्ष वन ग्रामों को राजस्व गांव का दर्जा मिलने की सूचना दी तो वनटांगिया समुदाय के लोग खुशी से झूम उठे.  प्रशासन ने वनग्रामों के सीमा निर्धारित की भी जानकारी दी।

उम्मीद है कि निकाय चुनाव के बाद मुख्यमंत्री महराजगंज आयेंगे और वनग्रामों को राजस्व गांव का प्रमाण पात्र देंगे.
जिले के चारों तहसीलें के अंतर्गत कुल 18 वन ग्राम हैं। फरेन्दा तहसील क्षेत्र के जिन वन ग्रामों को राजस्व गांव का दर्जा मिला है उनमें खुरर्मपुर, भारीभैसी व सूरपार टागिया के नाम है। जिसमें खुर्मपुर को लेहङा, वारीभैसी को मथुरा नगर तथा सूरपार टागिया को सेमरहनी से संबंध किया गया है।
इसी प्रकार नौतनवा तहसील क्षेत्र के जिन वन ग्रामों को राजस्व गांव का दर्जा दिया गया है। उनमें  तिनकोनिया, कांधपुर दर्रा, बेलौहा दर्रा, अचलगढ तथा बीट नर्सरी के नाम हैं।
तिनकोनिया को लालपुर कल्यानपुर, कांधपुर दर्रा को कांधपुर,बेलौहा दर्रा को बेलौहाघाट, अचलगढ को कोल्हूआ तथा बीट नर्सरी की भूमि को को बरगदवा राजा में सम्मिलित किया गया है।
महराजगंज  सदर तहसील के जिन वन ग्रामों को राजस्व गांव का दर्जा दिया गया है उसमें से उसरहवा नर्सरी की भूमि को कटहरा , चेतरा नर्सरी को जयपुर उर्फ सलामतगढ ,हथिअहवा व बलुअहिया को सोनाङी , बरवांचंदन चाफी को चन्दनचाफी ,बेलासपुर को बेलासपुर तथा दौलतपुर को दौलतपुर में सम्मिलित किया गया है।
इसी प्रकार निचलौल तहसील के वन ग्राम कंपार्टमेंट नंबर 24 को सेमरा कम्हरिया, कंपार्टमेंट नंबर 26 व 27 को परसाई तथा कंपार्टमेंट नंबर 28 को चन्दनपुर में सम्मिलित किया गया है।