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मुसलमानों की समस्याओं पर नेपाल सरकार ध्यान दे- डॉक्टर अब्दुल ग़नी अल क़ूफी

नेपाल के आपूर्ति मंत्री दीपक वोहरा के साथ राष्ट्रीय मदरसा संघ नेपाल की अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण बैठक

सग़ीर ए खाकसार, वरिष्ठ पत्रकार

नेपाल में मुस्लिम अल्पसंख्यक को पेश आने वाले शैक्षिक तथा अन्य संवेदनशील मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय मदरसा संघ नेपाल काफी सक्रिय है । यह संगठन मुसलमानों की समस्याओं और उनके समाधान के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है और इस सिलसिले सरकारी स्तर से लेकर मानवाधिकार से जुड़े लोगों तक के साथ बातचीत और विचार विमर्श कर रहा है। और इस संबंध में सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्ष के साथ भी बैठकों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में संघ ने केंद्रीय आपूर्ति मंत्री दीपक बोहरा के साथ 29 नवंबर को बैठक की।

संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अब्दुल ग़नी अल क़ूफी के नेतृत्व में नेपाल के आपूर्ति मंत्री श्री दीपक वोहरा के साथ पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार भैरहवा एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज में मिला। जिसमें सांसद इश्तियाक अहमद खान, राष्ट्रीय मदरसा संघ के महासचिव मौलाना मशहूद खान नेपाली, केंद्रीय हज समिति के सदस्य अल्हाज केफयातुल्लाह खान, मौलाना ज़हीर अहमद बरेलवी, अब्दुल हई (प्रधान जी) और राष्ट्रीय मदरसा संघ के स्थानीय ज़िम्मेदारों ने उनसे नेपाल में मुसलमानों की समस्याओं के बारे में अवगत कराया।

इस मौके पर राष्ट्रीय मदरसा संघ द्वारा जामिया सिराजुल उलूम अलसलफिया को अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने, मदरसों को दरपेश चुनौतियों को हल करने और मुस्लिम एजूकेशनल पैकेज लागू करवाने में मंत्री से अपना भरपूर योगदान देने की मांग पर आधारित ज्ञापन पत्र उन्हें सौंपा गया।

इसके बाद संगठन के अधिकारियों ने उनसे नेपाल में मुस्लिम अल्पसंख्यक के संवेदनशील मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। संगठन ने मंत्री को मुस्लिम अल्पसंख्यक शैक्षिक स्थिति से संबंधित चेतावनियों के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि देश में मुस्लिम समुदाय सरकारी सर्वेक्षण के अनुसार दलितों से भी अधिक पिछड़े है अतः सरकार को चाहिए कि एक मुस्लिम शिक्षा पैकेज लागू करे। और मुस्लिम अल्पसंख्यक के लिए विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाए ‘जिनमें अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय की स्थापना’ मदरसों के विकास के लिए स्वीकार्य समाधान ‘उनके प्रमाणपत्र की आधिकारिक तौर पर पुष्टि और सरकारी नौकरियों में मदरसों के उपाधि प्राप्त छात्रों की भागीदारी आदि मामले शामिल हों।

इस अवसर पर भैरहवा जहां देश के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण जारी है इस शहर के  सामरिक महत्व को देखते हुए और नेपाली हाजियों की समस्याओं और उनके मामलों की अफरातफरी को ध्यान में रखते हुए संगठन ने मंत्री से हज हाउस के लिए इतनी जमीन प्रदान करने की मांग की जो एक परिसर के लिए पर्याप्त हो जिसके अंदर हाजियों के आवास ‘उनसे संबंधित कार्यालयों’ एक भव्य जामा मस्जिद, भोजनालय तथा प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए व्यापक हॉल आदि की स्थापना संभव हो सके।

मंत्री ने उक्त मांगों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संगठन की सेवाओं की सराहना की और अपनी ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। और इन मामलों पर सरकार के साथ आपसी चर्चा और वार्तालाप का वादा किया। और उन पर अधिक प्रगति के लिए संगठन के प्रतिनिधिमंडल को सिंह दरबार आने का नेवता दिया। और लगातार संपर्क में बने रहने की ताकीद की।

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