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योगी आदित्यनाथ बनेंगे उप्र के 32वें मुख्यमंत्री

सैयद फरहान अहमद
 गोरखपुर, 19 मार्च। काफी कशमकश के बाद भाजपा ने उप्र का मुख्यमंत्री चुन लिया हैं। सांसद महंत योगी आदित्यनाथ उप्र के 32वें मुख्यमंत्री के रूप मेँ आज लखनऊ में शपथ ग्रहण करेंगे।
वीर बहादुर सिंह के बाद पूर्वाञ्चल को दुबारा सीएम देने का गौरव मिल रहा है। वीर बहादुर सिंह 1985 मेँ यूपी के मुख्यमंत्री बने थे।
 सांसद योगी आदित्यनाथ का वास्तविक नाम अजय मोहन विष्ट है। इनका जन्म 5 जून 1972 को ग्राम पंचेर, जनपद पौड़ी उत्तराखंड में हुआ। इन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर से बीएससी स्नातक की उपाधि प्राप्त की। योगी पहली बार वर्ष 1993 में गोरक्षनाथ मंदिर आए। 15 फरवरी 1994 को उन्हें महंत अवेद्यनाथ ने अपना उत्तराधिकारी बनाया। वर्ष 1996 के लोकसभा चुनाव में महंत अवेद्यनाथ के चुनाव का संचालन किया। वर्ष 1998 में महंत अवेद्यनाथ ने इन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी भी बना दिया।  यहीं से इनके राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई।
वर्ष 1998 में हुए लोकसभा चुनाव में इन्हें सबसे कम उम्र के सांसद होने का गौरव प्राप्त हुआ। इसके साथ ही इनकी ख्याति भी बढ़ती चली गई। 10 फरवरी 1999 में महराजगंज जिले के थाना कोतवाली स्थित पचरुखिया कांड ने इन्हें और चर्चा में ला दिया। यहीं से योगी और विवादों का चोली दामन का साथ हो गया। इसके बाद भी योगी के ऊपर मुस्लिम विरोधी होने के साथ सांम्प्रदायिक भाषण देने का आरोप लगता रहा। विवादों में पड़े तो चर्चा भी होती रही। इसी दौर में उन्होंनें हिन्दू युवा वाहिनी और बजरंग दल जैसे संगठनों को मजबूती प्रदान कर हिन्दुत्व और विकास का नारा बुलंद किया। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव एवं वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा शीर्ष नेतत्व में चल रही उथल-पुथल व पार्टी की गिरती साख को लेकर बगावती तेवर भी दिखाए। इसके साथ ही वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में तवज्जो नहीं मिलने पर हिन्दू युवा वाहिनी से प्रत्याशियों की घोषणा तक करने का ऐलान कर दिया। इससे भाजपा खेमे सहित राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई। अंततः शीर्ष नेतत्व ने योगी आदित्यनाथ को तवज्जो दिया और पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित पूर्वांचल में अपनी साख बचाए रखने का मन बनाया। इसका भाजपा को फायदा भी मिला और योगी का कद भी दिन प्रतिदिन बढ़ता गया।
लगातार पांच बार सांसद
योगी ने वर्ष 1998, 99, 2004, 2009 एवं 2014 के लोकसभा चुनाव में लगातार जीत हासिल कर अपनी धमक दिखाई और पूर्वांचल ही नहीं पूरे देश 42 वर्ष की उम्र में लगातार पांच बार सांसद होने का रिकार्ड भी बनाया। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सांसद से अधिक उग्र हिन्दुत्व के पैरोकार योगी आदित्यनाथ अपनी सक्रियता के बूते चुनाव जीतते आए हैं। शायद ही कोई सांसद रात के ग्यारह बजे सभा कर लौटे और पुनः पौने तीन बजे जग जाए। योगी अपने योग के लिये ऐसा ही करते हैं। सुबह तीन बजे शुरू होने वाली दिनचर्या रात तक चलती है। इसमें सुबह के योग, पूजा-पाठ, गो-सेवा, जनता दरबार, के बाद क्षेत्र का भ्रमण कर लोगों में हिन्दुव का ज्वार उभारना भी शामिल है।
योगी विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं। आजादी से लेकर अब तक गोरक्षपीठ सक्रिय राजनीति करती रही है। पहले दिग्विजयनाथ, उसके बाद महंत अवैद्यनाथ और अब योगी।

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