जनपद

राजनीतिक शतरंज का विसात बना चन्द्रशेखर हत्या कांड

सिसवा बाजार (महराजगंज) 4 सितंबर। चन्द्रशेखर हत्या काण्ड के 11दिन बीतने के बाद भी मामले में खुलासे की उम्मीद तो अभी नही जग रही है। परंतु नेताओ के लिए इस घटना ने राजनीति का एक नया प्लेटफॉर्म मुहैया जरूर करा दिया है।
24 अगस्त की रात में बहन की शादी की बात कर घर वापस लौट रहे चन्द्रशेखर व उसके मित्र ईश्वर का पीछा कर बाइक सवार तीन बदमाशों ने सिसवा प्रेमचित्र मंदिर  के सामने चन्द्रशेखर को गोली मार दी थी जिसको इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रस्ते में मौत हो गई थी।
11 दिन बीतने के बाद भी पुलिस को कोई सफलता हाथ तो नही लग पाई,लेकिन नेता इस मामले को लेकर जमकर राजनीतिक रोटी सेंकने में लगे है।आगामी चुनाव को लेकर ये एक अच्छा प्लेटफार्म मिल गया है।नगर की जनता इस मामले में जल्द से जल्द खुलासा चाहती है।परन्तु राजनीति का ये पैंतरे देख कर अब उन्हें लग रहा है कि अमित हत्या कांड के जैसे ये मामला भी ठंडे बस्ते में चला जायेगा।कोठीभार पुलिस ने अबतक आधा दर्जन लड़कों सहित एक महिला को भी उठा कर इस मामले में पूछ ताछ कर चुकी है।कुछ लोग अभी भी पुलिस की कस्टडी में है।लेकिन पुलिस अभी तक किसी निष्कर्ष पर क्यों नही पहुंची ये समझ के परे है।जबकि गुरुवार को सिसवा बन्द व धरना प्रदर्शन को रोकने के लिए एसओ जितेंद्र सिंह ने आंदोलनकारियों से 24 घण्टे के अंदर खुलासे का दावा किया था।लेकिन अभी तक कोई खुलासा नही हो सका।अब तो लोग भी चर्चा करने लगे है कही न कही पुलिस किसी बड़े दबाव में इस मामले का पर्दाफाश करने से कतरा रही है।देखना है कि इस बहुचर्चित हत्या कांड का खुलासा होता है या अन्य मामलों के जैसे ठंडे बस्ते में चला जाता है।

इस संदर्भ में एसओ जितेंद्र सिंह का कहना है।कि त्यौहार के कारण थोड़ी देरी ज़रूर हो रही है।परंतु मामले का खुलासा बहुत जल्द होगा।

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