जनपद

लाल बहादुर यादव हत्याकांड का अभियुक्त 12 हजार का इनामी धनंजय तिवारी गिरफ्तार

गोरखपुर, 4 जून। पिपरौली के पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख लाल बहादुर यादव हत्याकांड के बाद सुर्खियों में आया 12 हजार का इनामी बदमाश धनंजय तिवारी आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। क्राइम ब्रांच और शाहपुर पुलिस ने उसे 3 जून की रात शाहपुर इलाके के राप्ती नगर के रेल विहार में पकड़ लिया।
धनंजय का एक साथी गगहा का प्रिंस अभी भी फरार चल रहा है। 20 मई 2014 को गोरखपुर के विश्वविद्यालय गेट के सामने पिपरौली के पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख और माफिया लालबहादुर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पहले तो कुख्यात अपराधी चंदन सिंह को नामजद किया गया था लेकिन बाद में पुलिस की विवेचना में चंदन सिंह का नाम निकाल दिया गया। पुलिस ने इस मामले में माफिया विनोद उपाध्याय समेत 14 लोगों को अभियुक्त बनाया था। विनोद समेत 12 आरोपियों को तो पुलिस ने जेल भेज दिया लेकिन मुख्य अभियुक्त धनंजय तिवारी और गगहा का प्रिंस फरार चल रहे थे। डीआइजी ने फरार धनंजय पर 12 हजार रुपये का इनाम भी कर दिया था। धनंजय के ऊपर गोरखपुर के कई थानों मे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। धनंजय की गिरफ्तारी न होने से परेशान पुलिस ने एक हफ्ते पूर्व धनंजय के ककराखोर और प्रिंस के गगहा स्थित घर पर कुर्की की थी। धनंजय बीते तीन साल से फरार चल रहा था।  पुलिस के अनुसार धनंजय ने अपना अपराध को स्वीकार कर लिया है और पुलिस अब इसे हत्या के मामले मे जेल भेज रही है।⁠⁠

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