जनपद

वाल्मीकि विकास मंच का दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संत समागम संपन्न

 नेपाल के नवलपरासी जिला के त्रिवेणी धाम से करीब डेढ किलोमीटर पर अवस्थित गजेन्द्र मोक्ष धाम आश्रम में वाल्मीकि विकास मंच के द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संत समागम सम्मेलन का समापन रविवार को वैदिक मंत्रोच्चारण और नेपाल के थारू आदिवासी महिलाओं के स्वागत गान के साथ हुआ।

 इस मौके पर वाल्मीकि विकास मंच के संस्थापक और बगहा विधायक राघव शरण पाण्डेय ने कहा कि दोनों देशो के सीमावर्ती क्षेत्रो  और भारत नेपाल मैत्री सम्बंधो को मधुर संबंध बनाने तथा यहां सांस्कृतिक धरोहर और  प्राकृतिक सम्बंधो को विकसित करने के लिए संत समागम जरूरी है। इस लिए दोनो देशो के लोग एक दूसरे को सहयोग कर इसे विकसित कर नई पहचान बनावें। ताकि धर्म के सहारे दिनों देशो के रिश्तो को और मजबूत किया जा सके। इस धर्म संदेश से क्षेत्र के लोग जागरूक होंगे तभी नई पहचान बनेगा। कोई भी काम साझा करने से मजबूतीकरण होगा। समापन के अवसर पर नेपाल के थारू आदिवासी महिलाओं मातृभूमि गान से  आये हुए संतो तथा आगंतुओ को स्वागत किया।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री राजेश सिंह, भाजपा नेता  कामेश्वर तिवारी, समाजसेवी सह शिव भक्त थोलो सिंह, मनोज सिंह, अमितेश पाठक, वासुदेव धर्मा, वाल्मीकि धाम के शालिग्राम उपाध्याय, हिन्दू युवा वाहिनी के विकास गौतम, भारत नेपाल मैत्री संघ के नन्दकिशोर रौनियार, डी0 आनंद समेत सैकड़ो साधु संत शामिल थे।