जनपद

हीरालाल हत्या कांड का 48 घंटे में खुलासा, पिता -पुत्र सहित तीन गिरफ्तार

पुलिस का दावा -विवाहेत्तर सबन्धों को लेकर हुई हत्या 

लोग पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं 

लेहड़ा (महराजगंज), 20 अक्टूबर। बृजमनगंज थाना क्षेत्र के ग्रामसभा महुलानी के टोला ओलीनगर के 55 वर्षीय हीरालाल की हत्या का पुलिस ने 48 घंटे में खुलासा कर दिया। पुलिस ने पिता -पुत्र सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि हीरालाल कि हत्या विवाहेत्तर सबन्धों को लेकर हुई। गाँव के लोग पुलिस के खुलासे पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि जिस दिन हीरालाल की हत्या हुई थी उसके एक दिन पहले 40 हजार रूपया एक आदमी ने उसको दिया था। यह लेन देन भी हत्या का कारण हो सकता है जिस पर पुलिस ने जांच नहीं की।

हीरालाल का शव मंगलवार की रात महुलानी गांव के पश्चिम लगभग 300 मीटर पर  खेत में पाया गया था। वह पलम्बर का करी करता था। पुलिस ने उसी गांव के मिराउ चौधरी और उसके बेटे संदीप चौधरी तथा उसके साले पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र के कोट कम्हरिया निवासी शेरे को गिरफ्तार करके धारा 302, 201 के तहत जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला कि हीरालाल का अपनी  पत्नी किशोरी देवी से संबंध ठीक नहीं थे। दोनों 15 वर्ष से अलग रह रहे थे। हीरालाल का मिराउ के घर बहुत आना-जाना था। यह जानकारी होने पर मिराउ की पत्नी शकुन्तला देवी से पूछताछ हुई तो उसने स्वीकार कर लिया कि हीरालाल से उसका पाँच वर्ष से प्रेम संबंध थे। यह जानकारी उसके पति को हो गयी थी। इसको लेकर एक बार मिराऊ ने हीरालाल से एक बार पिता भी था फिर भी हीरालाल का उसके घर आना जाना लगा रहता था।
शकुन्तला देवी ने बताया की सोमवार को अपरान्ह चार बजे हीरालाल उसके  घर आया था। उसी वक्त मिराउ वहाँ आ गया और दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख आपा खो दिया। उसने हथौड़े से हीरालाल के सिर के बाये तरफ प्रहार किया जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसने रस्सी से हीरालाल का गला कस कर मार डाला। रात आठ बजे मिराऊ, उसके बेटे और साले शेरे ने शव को घर के बगल से दक्षिण दिशा में जाने वाले चाकरोड़ पर फेंक दिया।
थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया की शकुन्तला देवी से पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर उसके घर कि तलाशी ली गई तो वहाँ से हथौड़ी, रस्सी और वियाग्रा के टेबलेट मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई है। सर में बाये तरफ चोट के निशान मिले थे।
इस घटना की खुलसा के लिए एक टीम गठित की गयी थी जिसमे थानाध्यक्ष अशोक कुमार, एसआई सुभाष प्रसाद गोंड, कांस्टेबल  रविप्रकाश, राकेश कुमार सिंह, विनय गुप्ता, अक्षयलाल यादव, प्रेम शंकर दुबे थे।⁠⁠⁠⁠

 

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