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बांसगांव के आश्रय गृह में भूख से 10 गोवंशीय पशुओं की मौत, कर समाहर्ता अधिकारी पर केस दर्ज

गोरखपुर.  बांसगांव तहसील मुख्यालय पर स्थित गो वंश आश्रय गृह में भूख से 10 पशुओं की मौत से नाराज स्थानीय लोगों ने जिला पंचायत के जिला कर समाहर्ता अधिकारी संतोष कुमार सिंह के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज कराया है.

बांसगाँव निवासी अग्निवेश सिंह ,भैरवपुर निवासी सुशील सिंह ,सभासद विनय सिंह , वार्ड नंबर 6 निवासी आशीष प्रताप सिंह ,वार्ड नंबर 10 निवासी दीपक सिंह, वार्ड नंबर 10 निवासी देवव्रत सिंह ने 23 मार्च को बांसगाँव थाने में प्रार्थना पत्र देकर कहा कि गो वंश आश्रय गृह में रखे गये पशुओं के खाने पीने का समुचित प्रबंध न होने से उनकी मौत हो रही है. मृत पशुओं को दफनाएं नहीं जाने से मौके पर शव का सड़न होने से मुहल्ले के लोगों का दुर्गंध के कारण जीना दूभर हो गया है. साथ ही लोग संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका भी है.

बांसगाँव पुलिस ने इस आवेदन पर पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत जिला कर समाहर्ता अधिकारी संतोष कुमार सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है.

इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने गोरखपुर न्यूज़ लाइन को बताया कि चारा-पानी के अभाव के चलते भूख से तड़प-तड़प कर पशुओं की मौत हो रही है और जिम्मेदार उदासीन बने बैठे हैं.  एक सप्ताह में 10 पशुओं की मौत हो चुकी है. हर रोज एक -दो गो वंशीय पशुओं की मौत हो रही है, आश्रय गृह में चारे के नाम पर सड़ा भूसा रखा हुआ है. उन्होंने कहा कि दिन-रात गाय का नाम जपने वाली और गाय के नाम पर माब लिंचिंग को प्रोत्साहित व संरक्षित करने वाली योगी सरकार में गोवंशीय पशुओं की भूख से मौत हो रही है.

उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार को केवल गाय के नाम पर राजनीति करनी है. उसके पास न तो गोवंशीय पशुओं की देखरेख की व्यवस्था करने ककी सोच है न आवारा पशुओं से फसलों को हो रहे नुकसान को रोकने की कोई कार्ययोजना है.

 

गोवंश आश्रय गृह नगर पंचायत के वार्ड संख्या दो बड़ाबन में स्थित है.जिला पंचायत द्वारा संचालित इस गोवंश आश्रय गृह में लगभग 100 पशुओं को रखा गया है. प्रत्येक पशु को चारे पानी के लिये प्रतिदिन 30 रुपये की धनराशि व्यय करने की व्यवस्था है.

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