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100 बेड के एम.सी.एच विंग महिला चिकित्सालय और 100 बेड टीबी हास्पिटल का लोकार्पण

गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 जनवरी को महिला जिला चिकित्सालय में आयोजित  एक कार्यक्रम में 50.75 करोड़ की लागत से कुल 9 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया. इसमें जिसमें 45.56 करोड़ की लागत की 6 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 5.19 करोड़ की लागत की 3 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है.

लोकार्पित परियोजनाओं में 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच विंग महिला चिकित्सालय, 100 बेड टीबी हास्पिटल , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अराव जगदीश उरूवा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिपरौली, चौरी चौरा एंव गगहा में मिनी पी.आई.सी.यू. की स्थापना शामिल है. शिलान्यास परियोजनाओं में जिला चिकित्सालय में एम.आर.आई. मशीन की स्थापना, जिला महिला चिकित्सालय में ओ.टी. उच्चीकरण, माडयुलर ओ.टी. की स्थापना तथा नेता जी सुभाषचन्द्र बोस जिला चिकित्सालय में ओ.टी. उचचीकरण, माडयुलर औ.टी. की स्थापना शामिल है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जे.ई./ए.ई.एस. रोग की रोकथाम संबंधी पुस्तक तथा इसकी कार्य योजना संबंधी पुस्तक का विमोचन भी किया.

इस अवसर मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोकार्पित 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच. विंग एंव 100 शैय्यायुक्त क्षय रोग सह सामान्य चिकित्सालय व 3 मिनी पी.आई.सी.यू. महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में काफी उपयोगी होगा। इन स्वास्थ्य सुविधाओं से केवल जनपद गोरखपुर ही नही बल्कि नेपाल, बिहार एंव बस्ती आजमगढ़ आदि मण्डलों के जनपदों के मरीज लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि 100 शैय्या एम.सी.एच. विंग एंव क्षय रोग सह सामान्य चिकित्सालय का कार्य समय से पूर्ण हुआ है और जब योजना समयबद्ध ढंग से पूर्ण होती है तो रिवाइज स्टीमेट की आपश्यकता नही होती है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बेहतरी हेतु प्रदेश अग्रणी भूमिका में है। उन्होंने कहा कि इंसेफलाइटिस की रोकथाम में काफी सफलता मिली है और आने वाले समय में इसे समूल नष्ट करने की दिशा में प्रबल कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि 25 फरवरी से पुनः जे.ई. टीकाकरण का प्रथम चरण प्रारम्भ होने जा रहा है, द्वितीय चरण 15 मई से 15 जून तथा तृतीय चरण एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस  बीमारी पर नियंत्रण पाने हेतु 5 विभागों जैसे पंचायती राज, स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, आईसीडीएस एंव आपूर्ति विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि बीमारी के प्रति जनमानस को सावधानी बरतनी चाहिए और इंसेफलाइटिस के लक्षण दिखते ही तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाकर इलाज प्रारम्भ करा देना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बी.आर.डी. मेडिकल कालेज में सुविधाओं का व्यापक विस्तार किया गया है. वहां किसी भी विषाणुजनित बीमारी की खोज हेतु रिसर्च सेन्टर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता के दृष्टिगत 2 करोड़ 60 लाख तथा जनपद गोरखपुर में 5 लाख स्वच्छ शौचालय बनाये गये है, इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में 11 लाख ग्रामीण क्षेत्र में तथा 8 लाख 60 हजार परिवारों को शहरी क्षेत्र में आवास उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि निशुल्क विद्युत कनेक्शन प्रदेश में 94 लाख से अधिक परिवारों को दिया गया है, विद्युत आपूर्ति प्रदेश के सभी जनपदों को सम्भाव से उपलब्ध कराया जा रहा है।

इस अवसर पर प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि विकास हेतु स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा एंव विद्युत का होना आवश्यक है और प्रदेश सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच. विंग का निर्माण प्रदेश के 35 जनपदों में किया गया है जिसमें गोरखपुर जनपद में प्रथम लोकार्पण किया गया है. शेष 20 अस्पतालों का लोकार्पण फरवरी माह के अन्दर कर दिया जायेगा. मातृ शिशु दर सुधार के दृष्टिगत यह अस्पताल काफी उपयोगी होगा. जे.ई./ए.ई.एस. की बीमारी के निदान में भी यह अस्पताल योगदान देगा. इंसेफलाइटिस बीमारी पर काफी नियंत्रण पाया गया है. वर्ष 2017 से 2018 के बीच इस बीमारी में 58 प्रतिशत की गिरावट आई है.

मातृ एंव शिशु परिवार कल्याण मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतरी में निरन्तर कार्य कर रही है। सरकार का उद्देश्य स्वस्थ्य मां, स्वस्थ्य शिशु है। उन्होंने कहा कि परिवार तभी सुखी होता है जब स्वस्थ्य होता है। लोकार्पित अस्पताल में समस्त चिकित्सकीय सुविधा एंव स्टाफ की तैनाती कर दी गयी है।

इस अवसर पर विधायक डा0 राधामोहन दाय अग्रवाल, विपिन सिंह, डा0 विमलेश पासवान, संत प्रसाद, फतेहबहादुर सिंह, महापौर सीता राम जायसवाल, राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष अंजू चैधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशान्त त्रिवेदी, एनएचएम एम.डी. पंकज कुमार, मण्डलायुक्त अमित गुप्ता, जिलाधिकारी के0विजयेन्द्र पाण्डियन आदि उपस्थित रहे।

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