साक्षात्कार

हम मधेशी, पहाड़ी और विदेशी नहीं ,हम नेपाल के मूल वासी हैं-विश्वेन्द्र पासवान

बहुजन शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्वेन्द्र पासवान से वरिष्ठ पत्रकार सग़ीर ए खाकसार की विशेष बातचीत

नेपाल में दलितों,अल्पसंख्यको,और पिछड़ों के अधिकारों को लेकर संघर्ष करने वाले बहुजन शक्ति पार्टी नेपाल के अध्यक्ष विश्वेन्द्र पासवान सीमित संसाधन में  दबे ,कुचले जमात के लिए संघर्षरत हैं। उन पर हिंदूवादियों ने हमले भी किये हैं लेकिन वो अपनी मांगों पर अडिग हैं। नेपाल में हो रहे चुनाव और दलितों ,पिछड़ों ,अल्पसंख्यकों के फिलवक्त के हालात पर नेपाल के कृष्णा नगर में सांसद पद के प्रत्याशी एहसान अहमद खान के आवास पर उन से लंबी बातचीत हुई। पेश है बात चीत के मुख्य अंश।

बहुजन शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्वेन्द्र पासवान ने कहा  कि दलितों,पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का उत्थान ही हमारी पार्टी का मुख्य उद्देश्य है। सुनियोजित ढंग से ब्रह्मण्डवादी शक्तियां इस समुदाय को पीछे ढकेल रही हैं।नेपाल का संविधान 6 बार लिखा गया लेकिन वंचित समाज को अधिकार नहीं मिले।अब समय आगया है कि हम अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहें एक होकर अपने अधिकारों को हासिल करें। कभी हमें मधेशी,और कभी मुसलमान के नाम पर भ्रमाया जाता है। न तो हम मधेशी है और न पहाड़ी और न ही विदेशी।हम नेपाल के मूल वासी हैं।हमें उस वक़्त तक संघर्ष करना है जब तक हम कामयाब न हो जाएं।बाबा भीम राव अम्बेडकर के सपनों को पूरा करने के लिए हम सबको संघर्ष करना होगा। पासवान का आरोप है कि नेपाल की प्रमुख राजनैतिक दल समाज के हाशिये पर रह रहे दलितों और पिछड़ों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि  हमारी पार्टी सांसद पद हेतु कुल 125 सीटों और विधानसभा की कुल 215 सीटों पर  चुनाव मैदान में हैं।हमें अपनी पार्टी के अस्तित्व को बचाये रखने के लिए कम से कम तीन फीसद वोटों की ज़रूरत है। मिशन हमारा आगे बढ़ चुका है।दलितों ,अल्पसंख्यकों और पिछड़ों में पार्टी की पारदर्शी नीतियों,योजनाओं को लेकर उत्साह है।हमारी पार्टी अगर कामयाब हुई तो नेपाल में एक नए युग की शुरुवात होगी।हम पिछड़ों को 15 फीसदी,दलितों को 14 फीसदी और अल्पसंख्यकों को 10 फीसदी का आरक्षण मुहैया कराएंगें।

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