गोरखपुर के गगहा में दलितों पर पुलिस फायरिंग की माले ने कड़ी निंदा की
सहारनपुर में भीम आर्मी नेता के भाई सचिन वालिया की हत्या के सिलसिले में
परिजनों से मिलने माले की टीम लखनऊ से रवाना
लखनऊ, 15 मई। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य इकाई ने वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के एक हिस्से के गिरने से कई लोगों की मौत होने पर गहरा दुख और मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है। पार्टी ने घटना को घोर लापरवाही का परिणाम बताया है। खबर पाकर पार्टी राज्य सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गये।
उधर गोरखपुर जिले के गगहा में पुलिस द्वारा मंगलवार को ग्रामीणों पर फायरिंग करने की, जिसमें तीन व्यक्तियों को गोली लगी है, भाकपा (माले) ने कड़ी निंदा की है। कहा कि दलित बस्ती की चारागाह की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने इसकी शिकायत करने गगहा थाने गये दलितों की पिटाई की और हिरासत में ले लिया।
ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध करने पर पुलिस ने लाठीचार्च और फायरिंग की। माले ने दोषी पुलिकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पार्टी राज्य समिति सदस्य राकेश सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने मौके पर इसकी जांच की और राज्य सचिव को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा कि पुलिस फायरिंग की घटना योगी सरकार के दलित-विरोधी रुख का परिणाम है।
इसके अलावा, भाकपा (माले) के केंद्रीय समिति सदस्य व किसान महासभा के प्रदेश महासचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व में पार्टी की एक टीम मंगलवार को राजधानी लखनऊ से सहारनपुर के लिए रवाना हुई। टीम में आइसा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील मौर्य और युवा कार्यकर्ता रामनरेश राम शामिल हैं। टीम के सदस्य भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गत नौ मई को हुई हत्या के सिलसिले में परिजनों से मिलेंगे और पार्टी की ओर से शोक संवेदना प्रकट करेंगे।
जिले के रामनगर गांव में महाराणा प्रताप जयंती मनाने के मौके पर सचिन वालिया को गोली मारी गई थी। पार्टी ने इस घटना के बाद हत्याभियुक्तों को गिरफ्तार करने के बजाय भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं और दलितों का प्रशासनिक उत्पीड़न करने की निंदा की है।