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बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच महीनों में 907 बच्चों की मौत

गोरखपुर, 7 जून. बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच महीनों में 907 बच्चों की मौत हो गई है। इनमें इंसेफेलाइटिस से ग्रस्त 63 बच्चे भी शामिल हैं। इस अवधि में सबसे अधिक एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट) में 587 बच्चों की मौत हुई। ये बच्चे संक्रमण, सांस सम्बन्धी दिक्कतों, कम वजन आदि बीमारियों से पीड़ित थे।

बीआरडी मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग में नवजात शिशुओं को एनआईसीयू और बड़े बच्चों को पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट) में भर्ती किया जाता है। पीआईसीयू में इंसेफेलाइटिस से ग्रस्त बच्चों को भी इलाज के लिए भर्ती किया जाता है।

  वर्ष 2018 (आंकड़े 4 जून तक के हैं )

Month NICU PICU Total
January 89 40 129
February 85 55 140
March 155 80 235
April 118 68 186
May 120 62 182
june 20 15 35
Total 587 320 907

मेडिकल कालेज में इस वर्ष 4 जून तक एनआईसीयू में 587 बच्चों की मौत हो गई जबकि पीआईसीयू में 320 बच्चों की मृत्यु हुई है। पीआईसीयू में इस अवधि में मृत बच्चों में 63 इंसेफेलाइटिस रोगी थे।

वर्ष 2017 में पांच महीनों (151 दिन)-जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, और मई में 993 बच्चों की मौत हुई थी। इसमें 642 एनआईसीयू में और 351 पीआईसीयू में भर्ती थे।

वर्ष 2017 (आंकड़े 31 जून तक के हैं )

Month NICU PICU Total
January 143 67 210
February 117 63 180
March 141 86 227
April 114 72 186
May 127 63 190
june 125 83 208
Total 767 434 1201

यह जानकारी गोरखपुर न्यूज लाइन को मेडिकल कालेज से विश्वसनीय सूत्रों से मिली है. बीआरडी प्रशासन अगस्त महीने में आक्सीजन कांड के बाद से बच्चों की मौत के बारे में अधिकृत जानकारी नहीं दे रहा है. इस कारण मीडिया को सूत्रों पर निर्भर रहना पड़ रहा है.

इंसेफेलाइटिस (एईएस)से मौतें

Month 2017 2018
January 9 6
February 5 9
March 16 18
April 9 7
May 12 18
june 12 4
Total 63 62

यहां उल्लेखनीय है कि बीआरडी मेडिकल कालेज में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 10 जिलों-गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़, बलिया, देवीपाटन आदि जिलों के अलावा पश्चिमी बिहार से गोपालगंज, सीवान, पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण आदि जिलों के बच्चे भी इलाज के लिए आते हैं.

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