गोरखपुर. गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा सर्किट हाउस मार्ग से सैंथवार मल्ल महासभा भवन एवं इंदिरानगर कालोनी की तरफ जाने वाली 40 साल पुरानी सड़क को अवैध बताते हुए बंद कर देने से सैंथवार मल्ल महासभा में भरी आक्रोश है. सभा द्वारा 20 जुलाई को इस मुद्दे पर प्रदर्शन करने के ऐलान किया गया है.
जीडीए ने यह सड़क 4 जुलाई को बंद करा दिया था. विरोध की आशंका को देखते हुए पैडलेगंज पुलिस स्टेशन से लेकर चारो तरफ पुलिस की छावनी बना दी गई. सड़क को बंद करने की किसी प्रकार की पूर्व सूचना नहीं दी गई थी. जीडीए के आला अफसरों और पुलिस बल के साथ उक्त मार्ग को जेसीबी से जगह-जगह कटवा दिया और इंदिरानगर कॉलोनी की तरफ से मोटी चाहरदीवारी खड़ा करवा दी.
यह जमीन वर्षों से खाली थी, जिस पर खड़ंजे का निर्माण तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरबहादुर सिंह के समय में हुआ था. बाद में उस पर पक्की सड़क बनी. वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री ( तब गोरखपुर सदर सांसद) योगी आदित्यनाथ ने उस पर पुलिया भी बनवाया था.
सैंथवार मल्ल महासभा से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि उक्त भूमि का पट्टा एक होटल व्यवसायी के लिए आवण्टित है. प्रशासन के इस तरह एकतरफा कार्यवाही एवं एक पूँजीपति को लाभ देने खुलकर साथ आने से इंदिरानगर कालोनी के निवासियों में आक्रोश है.
सैंथवार मल्ल समाज के लोगों ने इस मुद्दे को लेकर जनप्रतिनिधियों. विभिन्न दलों के नेताओं के साथ-साथ मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और जीडीए के अधिकारियों से मुलाकात की। सैंथवार मल्ल समाज ने आंदोलन की घोषणा के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने जीडीए सचिव को तलब किया और रास्ते के लिए आश्वासन दिया लेकिन रस्ते को लेकर अभी तक कोई हल नहीं निकला.यही नहीं जीडीए सचिव ने रास्ता देने से साफ इनकार कर दिया.
इसके बाद सैथवार मल्ल महासभा ने 20 जुलाई से लक्ष्मीबाई पार्क ( नगर निगम परिसर) में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.