जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के 10 दिन में देवरिया में 17 महिलाओं ने करायी नसबंदी

 देवरिया। जिले में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के तहत चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के दस दिन में 17 महिलाओं ने नसबंदी करा कर परिवार नियोजन को बढ़ावा दिया है। स्वास्थ्य विभाग विभाग की टीम के साथआशा और एएनएम घर-घर जाकर दम्पतियों को इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रही हैं और उन्हें परिवार नियोजन के जरूरी साधन भी उपलब्ध करा रही हैं।

एसीएमओ आरसीएच डा. बीपी सिंह ने बताया 11 जुलाई से शुरू हुए जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में विभाग को काफी सफलता मिली है। दस  दिन में 17 महिलाओं ने नसबंदी करायी है। उन्होंने बताया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी)देसई देवरिया में आशा कार्यकर्ता माया साहनी, संध्या और शैल देवी की मदद से 14 जुलाई को तीन महिलाओं को नसबंदी सेवा डॉ. सूर्यभान सिंह कुशवाहा ने, पथरदेवा सीएचसी पर  आशा कार्यकर्ता बबिता , सुमन जायसवाल, सुनीता देवी और विद्यावती देवी की मदद से 15 जुलाई को छह और गौरीबाजार सीएचसी पर आशा कार्यकर्ता लछमी, कामिनी, आशा और मेवाती देवी की  मदद से 16 जुलाई को आठ  महिलाओं को नसबंदी सेवा डॉ. अजय शाही ने दी। उन्होंने बताया जनपद में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ही नसबंदी की जा रही है। नसबंदी से पहले सभी की कोरोना की जाँच की जाती है।

जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक ( डीसीपीएम) राजेश गुप्ता ने बताया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में महिलाओं को नसबंदी कराने के लिए प्रोत्साहित करने में आशा  कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। कोराना काल में भी वह घर-घर जाकर दम्पतियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक कर रही हैं। आशा कार्यकर्ता उन घरों में विशेष रूप से संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं, जहां नव-विवाहित दंपति रह रहे हैं। आशा कार्यकर्ता इन लोगों को परिवार नियोजन की महत्ता बताते हुए उनकी पसंद के अनुसार गर्भ निरोधक साधन. जैसे माला.-एन, छाया, सी पिल्स एवं कंडोम उपलब्ध करा रही हैं। वह गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा, पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी अपनाने और नसबंदी की भी सलाह दे रही हैं। उन्होंने बताया नव दम्पति में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता दिखाई दे रही है। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा बताये गये परिवार नियोजन की महत्त्व को वह समझ रहे हैं।