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दलित हुंकार पदयात्रा पर दमनात्मक कार्यवाही की इंकलाबी नौजवान सभा ने निंदा की

गोरखपुर।  दिल्ली में 15 मार्च को आयोजित दलित हुंकार रैली के लिए आज सहारनपुर से पदयात्रा शुरू करते समय भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण , जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष ओम साईं बालाजी ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचेता डे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फरहान को गिरफ्तार किये जाने इंकलाबी नौजवान सभा ने कड़े शब्दों में निंदा की है.

इंकलाबी नौजवान सभा (इंनौस)  ने इसे योगी सरकार की दमनात्मक कार्रवाई बताते हुए सभी को बिना शर्त तत्काल रिहा करने की मांग की है.

इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश सचिव राकेश सिंह ने आज गोरखपुर में एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पहले तो चंद्रशेखर को फर्जी तरीके से गिरफ्तार कर कई महीनों तक जेल में डाले रखा और अब जेल के बाहर अपने हक की आवाज उठाने के चलते जेल में डाल रही है.

उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश के अंदर योगी सरकार के दमन के खिलाफ पुरजोर आवाज बुलंद करते रहेंगे और चुनाव आचार संहिता के नाम पर लोकतांत्रिक आवाजों पर दमन बर्दाश्त नहीं करेंगे. इस मसले को पूरे प्रदेश के साथ साथ 16 मार्च को गोरखपुर में आयोजित इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सम्मेलन में भी मजबूती से उठाया जाएगा.

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