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फिलहाल गोरखपुर में एम्स के लिए न मंजूरी न फंड

जमीन की स्थिति स्पष्ट होने पर एम्स का काम शुरू कराया जाएगा-केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री
महराजगंज के सांसद पंकज चौधरी के सवाल पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी

गोरखपुर, 29 अप्रैल। गोरखपुर में एम्स की स्थापना के लिए केन्द्र सरकार ने अभी तक न मंजरी दी है न फंड दिया है। गोरखपुर में एम्स की स्थापना के संबंध में प्रदेश सरकार से जमीन के संवध में स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। एम्स के लिए धन की कोई समस्या नहीं है। भूमि की स्थिति स्पष्ट होने पर काम शुरू करा दिया जाएगा।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्ढ़ा ने आज यह जानकारी महराजगंज के भाजपा सांसद पंकज चौधरी द्वारा एम्स के संबध में पूछे गए सवालों के जवाब में दी। श्री चौधरी ने तारांकित प्रश्न संख्या 84 के जरिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से तीन सवाल पूछे थे। यह सवाल थे –
-सरकार ने एम्स जैसे संस्थान की स्थापना के लिए स्थान चय का क्या मानदंड निर्धारित किया है
-वर्तमान में कार्यशील, स्वीकृत और स्वीकृति हेतु लंबित एम्स के बारे में धनराशि जारी करने की स्थिति के साथ जानकारी दीजिए
-एम्स जैसे संस्थान की परियोजना को पूरा करने के लिए क्या समय सीमा है और इसमें तेजी लाने के लिए सरकार क्या कर रही है।
इन प्रश्नों के जवाब में केन्द्रीय स्वास्थय मंत्री ने एक सूची लोकसभा के पटल पर रखी जिसमें बताया गया कि छह एम्स 820 करोड़ की लागत से बन गए हैं और कार्यशील हैं। उत्तर प्रदेश में रायबरेली में एम्स का निर्माण हो रहा है। इसके लिए 823 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए हैं।
इसके अलावा 10 स्थानों पर एम्स की घोषणा की गई है या प्रस्ताव है। इनमें से गोरखपुर में एम्स की स्थिति के बारे में मंत्री ने बताया कि अभी यहां मंजूरी नहीं दी गई और राज्य सरकार को कुछ शर्ते पूरी करने को कहा गया है। आंध्र प्रदेश में गुंटुर के नजदीक मंगलागगिरी में एम्स के लिए 1640 करोड़, पश्चिम बंगाल के कल्याणी में 1754 करोड़ तथा महाराष्ट के नागपुर में 1577 करोड़ की लागत से एम्स का निर्माण का प्रस्ताव अनुमोदित कर दिया गया है। इसके अलावा असम, हिमांचल प्रदेश, जम्मू, काश्मीर, पंजाब, तमिलनाडू और बिहार में एम्स के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के लिखित जवाब के बाद पंकज चैधरी ने कहा कि गोरखपुर में एम्स की घोषणा के दो वर्ष हो गए हैं लेकिन अभी कुछ हुआ नहीं। गोरखपुर में भारी आंदोलन चल रहा है और हम लोगों का जीना दूभर हो गया है। मंत्री जी यह बताएं कि प्रदेश सरकार कौन सी शर्तें नहीं पूरी कर सकी है।
इस पर जेपी नड्ढा ने कहा कि गोरखपुर में एम्स के संबंध में दो प्रश्न है। पहला जो जगह दी गई है, इसकी रोड कनेक्टिटिविटी और दूसरा जमीन के संवध में प्रश्न है। हमने राज्य सरकार से जमीन पर उठे सवाल के संबध में स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। धन की कमी नहीं हैं। भूमि की स्थिति स्पष्ट होते ही काम शुरू करा दिया जाएगा।

 

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