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बुनकरों ने नोटा के प्रयोग का फैसला वापस लिया, मतदान किया

गोरखपुर, 4 मार्च। नौरंगाबाद के बुनकरों ने चुनाव बहिष्कार का नारा वापस ले लिया है और आज वे मतदान कर रहे हैं।
बुनकरों ने अपनी बदहाली को चुनावी एजेंडा बनाते हुए किसी भी पार्टी को वोट न देते हुए नोटा का प्रयोग करने की घोषणा की थी। गोरखपुर शहरी विधानसभा क्षेत्र में आने वाले इस मुहल्ले के लोगों ने चुनाव बहिष्कार का बैनर लगाते हुए कहा था कि राजनीतिक दल और प्रत्याशी उनसे वोट मांगने न आएं।
इसके बाद मीडिया ने बुनकरों के चुनाव बहिष्कार की खबर को प्रमुखता से उठाया और उनकी समस्याओं के बारे में लोगों को अवगत कराया। बुनकरों के चुनाव बहिष्कार का नारा बुनकरों के दूसरे मुहल्लों में भी फैलने लगा तब तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनसे सम्पर्क किया और बुनकरों की समस्याओं को हल करने का वादा किया।

नौरंगाबाद मुहल्ले के बुनकर
नौरंगाबाद मुहल्ले के बुनकर (फ़ाइल फोटो)

बसपा सुप्रीमो मायावती ने गोरखपुर की जनसभा में बुनकरों की समस्या को हल करने का वादा किया। राहुल-अखिलेश की सभा में भी यह मुद्दा उठा और राहुल गांधी ने विस्तार से इस पर अपनी बात रखी। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की इस मुहल्ले में सभा हुई तो वह सभा के बाद बुनकरों से मिले और वादा किया कि चुनाव बाद उनकी समस्याओं पर गंभीरता से विचार कर हल किया जाएगा।

चुनाव बहिष्कार का अभियान चलाने वाले ओबेदुर्रहमान ने आज सुबह गोरखपुर न्यूज लाइन को बताया कि हमने मतदान के बहिष्कार की बात नहीं कही थी। हम राजनीतिक दलों के रूख से नाराज थे और नोटा का प्रयोग कर अपना विरोध प्रकट करना चाहते थे। हमारे अभियान का असर हुआ और बुनकरों का मुद्दा प्रमुखता से उठा और कई दलों और उनके प्रत्याशियों ने हमसे भेंट कर बुनकरों के लिए काम करने की बात कही। कल हमने जुमा की नमाज के बाद सबसे कहा कि बुनकर मतदान करेंगे। सभी लोग अपनी पसंद के दल और प्रत्याशी को वोट देने के लिए स्वतंत्र है। हम लोगों की अपील के अनुसार लोग सुबह से मतदान कर रहे हैं।

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