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भाकपा (माले)-ऐपवा की नेता पर जानलेवा हमले के खिलाफ 7 जुलाई को राज्यव्यापी प्रतिवाद

लखनऊ, 5 जुलाई। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने अपनी राज्य कमेटी सदस्य, ऐपवा पदाधिकारी व खेत मजदूरों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली दलित महिला नेता जीरा भारती पर सोमवार शाम मिर्जापुर जिले में सामंती दबंगों द्वारा जानलेवा हमले करने, उनके कपड़े फाड़ने और महिला मर्यादा को तार-तार करने की घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने इसके खिलाफ और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए सात जुलाई को राज्यव्यापी प्रतिवाद करने का ऐलान किया है।
पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने मंगलवार को यहां एक बयान में कहा कि यह घटना योगी राज में सामंती दबंगों के बढ़े मनोबल को दर्शाती है। दलितों और महिलाओं पर हिंसा-हमले की बढ़ती घटनाएं योगी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोल रही हैं। पीड़िता द्वारा 100 नं0 पर फोन करने पर पहुंची पुलिस भी मदद करने और अस्पताल पहुंचाने के बजाय प्रभावशाली हमलावरों के दबाव में चलती बनी।
उन्होंने कहा कि मिर्जापुर में महिला नेता पर हमला उस वक्त किया गया, जब वे अपने 14 वर्षीय बच्चे के साथ मड़िहान थाना अंतर्गत अपने गांव (रिक्शा खुर्द) शाम सात बजे के करीब साईकिल से वापस लौट रही थीं। हमलावरों ने बीच रास्ते रोक कर उनपर हमला किया, जमीन पर गिरा कर पीटा, कपड़े फाड़ डाले और उनके नाबालिग बच्चे को भी नहीं बख्शा। मां-बेटे हमले में बुरी तरह घायल हो गये। कामरेड जीरा भारती खेत मजदूरों के अधिकारों और सामंती दबंगई के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं। जीरा भारती के नेतृत्व में चलाये गए मजदूरी के सवाल पर आंदोलन के बाद गाँव के गरीबों को 30रु/40रु मिलने वाली मजदूरी बढ़ कर 100 रु हुई थी। इसलिए भी जीरा भारती सामंतों के निशाने पर थीं।
राज्य सचिव ने कहा कि हमलावर गांव के ही दबंग हैं और उन्हें स्थानीय भाजपा विधायक का संरक्षण मिला हुआ है। मंगलवार की सुबह जब जीरा भारती रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचीं, तो हमलावरों का बचाव करने क्षेत्रीय विधायक, ब्लाक प्रमुख और पंचायत सदस्य पहुंच गये।

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