समाचार

डेढ़ सौ आंगनवाड़ी भवन अधूरे , तीन माह में कैसे होंगे पूरे

निर्माण एजेंसियों पर बेअसर रहा सीडीओ का फरमान
650 वर्ग फीट में बनना है आंगनवाड़ी भवन

महराजगंज, 5 अक्तूबर. जिले में कुल 185 आंगनवाड़ी भवन का निर्माण होना है मगर अभी तक करीब डेढ़ सौ भवन अधूरे हैं । जबकि इन सभी भवन का निर्माण कार्य हर हाल में 31 दिसम्बर तक पूरा करना है। सवाल यह उठता है कि ये सभी भवन मात्र तीन महीने में कैसे पूरा हो सकेगा ।
जिले भर में 185 आंगनवाड़ी भवन निर्माण की जिम्मेदारी दो विभागों को सौंपी ग्ई। जिसमें से 110 भवन निर्माण की जिम्मेदारी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा प्रखंड को तो 75  ब्लाकों को।
मुख्य विकास अधिकारी राम सिंहासन प्रेम ने निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया था कि 50 प्रतिशत भवन का निर्माण हर हाल में 30 सितम्बर तक पूरा कराएं । मगर अभी तक कार्यदायी संस्थाओं द्वारा 21 भवन का ही निर्माण पूरा हो पाना बताया जा रहा है।
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी अजातशत्रु शाही ने बताया कि विगत माई मुख्यमंत्री की बैठक में छह माह के अंदर सभी भवनों का निर्माण कार्य पूरा कराने का समय लिया गया है। ऐसे में दोनों कार्यदायी संस्थाओं से 31 दिसम्बर तक निर्माण पूरा कराने का अल्टीमेट दिया गया है।

रभारी डीपीओ अजातशत्रु शाही
प्रभारी डीपीओ अजातशत्रु शाही

तकनीकी जांच के बाद ही हैंड ओवर लिया जाएगा भवन
प्रभारी डीपीओ अजातशत्रु शाही ने बताया कि निर्माण एजेंसियों द्वारा जो 21 आंगनवाड़ी भवन पूर्ण बताए जा रहे है, उन सभी का तकनीकी जांच कराने के बाद ही लिया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि सूचना मिली रही है कि कुछ भवनों को विभाग ने हैंडंओवर ले लिया है जिसकी पत्रावली खंगाली जा रही है। कारण कि ऐसी बातें प्रकाश में आ रही है कि कूछ अधूरे भवन को भी हैंड ओवर लिया गया है।
8.06 लाख से बनना है भवन
तकरीबन 650 वर्ग फीट में बनने वाले आंगनवाड़ी भवन पर 8.06 लाख खर्च होता है। जिसमें से पांच लाख मनरेगा से,दो लाख विभाग से, तथा 1.06 लाख ग्राम पंचायत निधि से व्यय होता है।
श्री शाही  ने बताया कि कार्यदायी संस्थाओं आईएस ने भूमि संबंधी समस्या बताया है। विभाग का कहना है कि किसी गाँव में भूमि विवाद, कहीं भूमि उपयुक्त नहीं तो कहीं सीमा विवाद की वजह से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।

श्री शाही ने गोरखपुर न्यूज़ लाइन को बताया कि 31 दिसम्बर तक हर हाल में भवन निर्माण पूरा कराने के लिए ग्रामीण अभियंत्रण सेवा प्रखंड सहित कार्यदायी संस्थाओं को पत्र जारी किया गया है।

इन गाँवों में है भूमि संबंधी समस्या

ग्राम सतभरिया,गंगराई,डोमरा,तेन्दुअहिया,बैसार,दुबौली, बेलना टी कर, न्ईकोट, देवघट्टी,पिपरा,सुकरौली;पैसियाबाबू,गनेशपुर,परसामलिक,विशुनपुरा, मुड़िला तथा धमऊर.

Related posts