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बनने लगा श्यामकोट पुल का एप्रोच, दो दर्जन गांवों की राह होगी आसान

ठूठीबारी-बरगदवा के बीच इंडो-नेपाल बार्डर सङक निर्माण में आई तेजी

महराजगंज,  9 नवंबर.  नौतनवा क्षेत्र में रोहिन नदी पर श्यामकोट तथा भगवानपुर के बीच बने करीब 100 मीटर लंबे पुल का एप्रोच बनने लगा है। पुल बन जाने से नौतनवा क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों की राह आसान हो जाएगी। एप्रोच न होने से नौतनवा क्षेत्र के इन गांवों के लोगों को सोनौली पहुंचने के लिए करीब 20 किमी का चक्कर काटना पङता है।
सीमा पर अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने तथा तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए  एसएसबी द्वारा लगातार पेट्रोलिंग करने के लिए इंडो-नेपाल सीमा पर 67 किमी इंडो-नेपाल बार्डर सङक का निर्माण कराया जा रहा है।
इसी सङक पर श्यामकोट तथा भगवानपुर के बीच साल भर पहले 100 मीटर लंबे पुल का निर्माण कराया गया। मगर पुल के दोनों तरफ एप्रोच बनाने को करीब 300 मीटर भूमि की दरकार थी।मगर भूमि न मिल पाने की वजह से एप्रोच नहीं बन पा रहा था।जिससे पुल बेकार था। जब सूबे में नई सरकार आई किसानों की बात मानकर सर्किल रेट के चार गुना मुआवजा देकर किसानों से भूमि रजिस्ट्री कराई।अब एप्रोच का निर्माण शुरू है।
इसी क्रम में इंडो-नेपाल बार्डर निर्माण खंड-एक ने ठूठीबारी-बरगदवा के बीच अधूरे पङे  सङक निर्माण भी शुरू करा दिया है।

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श्यामकोट-भगवानपुर के बीच रोहिन नदी पर बने पुल का एप्रोच बन जाने से हनुमानगढिया,कोनघुसरी, हङहवा, भगवानपुर, जसवीर,  इस्लामपुर, रघुनाथ, अहिरौली, मजरी, रेहरा,मदरहा, बङहरी,सोहनी,निपनिया, मैनिहवा, खलगा आदि गांवों के लोगों की राह आसान हो जाएगी। इन गांवों के लोगों को सोनौली पहुंचने में अभी 20किमी का चक्कर काटना पङता है जबकि एप्रोच बन जाने से वे तीन किलोमीटर की यात्रा कर सोनौली पहुंच जाएगे।

एप्रोच के लिए 38 किसानों से ली गई आधा हेक्टेयर भूमि

इंडो-नेपाल बार्डर निर्माण खंड-एक के सहायक अभियंता जे पी वालिया ने बताया कि श्यामकोट पुल के एप्रोच निर्माण के लिए 38 किसानों से आधा हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री कराई गई। इसके लिए किसानों को 51 लाख का मुआवजा दिया गया।

इस संबंध में इंडो-नेपाल बार्डर सङक के सहायक अभियंता जे पी वालिया ने बताया कि पुल का एप्रोच निर्माण शुरू हो गया है। वहीं पर ठूठीबारी -बरगदवा के बीच अधूरी रह गई करीब 300मीटर सङक का निर्माण दिसंबर तक पूरा करा लिया जाएगा।

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