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नबी-ए-पाक ने हमेशा अमन का पैगाम दिया : मुफ्ती अख्तर

खोखरटोला में ‘ जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी ‘ का आयोजन

गोरखपुर, 11 दिसम्बर। ईद मिलादुन्नबी (नबी-ए-पाक हजरत मोहम्मद  सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम का जन्मदिवस) पर्व के बाद शहर में जलसों का सिलसिला जारी है। शहर के विभिन्न मोहल्लों में जलसे हो रहे है। यह सिलसिला इसी तरह पूरे माह तक बदस्तूर जारी रहेगा। इसी क्रम में मोहल्ला खोखर टोला में रविवार को ‘जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी’ जलसा हुआ।

अध्यक्षता करते हुए मुफ्ती अख्तर हुसैन ने कहा कि अल्लाह इल्म-ए-दीन हासिल करने वालों से बेहद खुश होता है, इसलिए आपको चाहिए की इल्म-ए-दीन खुद भी हासिल करें और घर वालों को भी सिखाएं। नबी-ए-पाक ने हमेशा अमन का पैगाम दिया। उनके अमन के पैगाम को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है।
मुख्य वक्ता मौलाना मोहम्मद अहमद ने कहा कि प्यारे नबी की पूरी जिन्दगी तमाम इंसानों के लिए आदर्श है। आप एक अच्छे रहबर, इंसान, आदर्श पिता, दोस्त, भाई तथा शौहर के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं जिनके आदर्श पर चलकर किसी भी व्यक्ति का जीवन सफल हो सकता है। प्यारे नबी से मोहब्बत करना ईमान का हिस्सा है। बिना नबी की मोहब्बत के कोई इबादत मकबूल नहीं होती। जब हम मोहब्बत का दावा करते है तो उसका इजहार भी जरूरी है ‘जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी’ मनाना, जलसा करना, जुलूस निकालना खुशी के इजहार का एक तरीका है।

संचालन हाफिज रहमत अली निजामी ने व नात शरीफ हाफिज रेयाज अहमद ने पेश की। अंत में सलातो-सलाम पढ़ मुल्क व मिल्लत के लिए दुआएं हुई। जलसे में सैयद फराज हसन, सैयद शुएब हसन, मोहसिन खान, हारून खान, शमीम अहमद, शब्बू खान, सैयद शाहरूफ, सैयद कलीमुल हसन सहित तमाम अकीदतमंद मौजूद रहे.

हजरत जकरिया शहीद का उर्स-ए-पाक शुरु

तुर्कमानपुर निकट पहाड़पुर मस्जिद स्थित आस्ताने पर हजरत सैयद जकरिया शहीद अलैहिर्रहमां का दो दिवसीय उर्स-ए-पाक रविवार से शुरु हुआ। पहले दिन ‘जश्न ईद मिलादुन्नबी’ का प्रोग्राम हुआ। जिसमें मुफ्ती मोहम्मद शब्बीर ने कहा कि औलिया-ए-किराम का फैज सभी पर है। औलिया-ए-किराम की जिदंगी हमारे लिए नमूना है। उस पर अमल करके अल्लाह और रसूल की नजदीकी हासिल की जा सकती है। इसके बाद मुल्क में अमनों शंति की दुआएं मांगी गयी। अध्यक्षता सादिक अली उर्फ बिलाऊ मास्टर व संचालन रईस अनवर ने किया। इस मौके पर राशिद अली अंसारी, वकील अहमद, पिंकू अंसारी, गोलू, इरफान अली, दानिश, नेमतुल्लाह आदि मौजूद रहे।

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