साहित्य - संस्कृति

प्रो. विनय कंठ ने शिक्षा को जनपक्षीय बनाने के लिए संघर्ष किया

प्रो. विनय कंठ को जसम की श्रद्धांजलि

पटना (बिहार), 29 दिसम्बर. जाने-माने शिक्षाविद् और पटना विश्वविद्यालय में गणित के चर्चित शिक्षक प्रो. विनय कंठ के निधन पर जन संस्कृति मंच ने गहरा शोक जाहिर करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

प्रो कंठ का 25 दिसंबर को 66 साल की उम्र में दिल्ली के एसआरआई हाॅस्पीटल में निधन हो गया था। जन संस्कृति मंच ने कहा कि सामाजिक तौर पर वंचित-शोषित लोगों को शिक्षा समेत तमाम लोकतांत्रिक अधिकार मिलें, इसके लिए व्यावहारिक स्तर पर उन्होंने काम किया। मानवाधिकारों और छात्र-युवाओं, किसान-मजदूरों के परिवर्तनकामी जनांदोलनों से जुड़े कार्यकत्र्ताओं ने हमेशा उन्हें अपने साथ खड़ा पाया। वे पीयूसीएल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे।
प्रो. विनय कंठ शिक्षा को जनपक्षीय बनाने के लिए जितना याद आएंगे, उतना ही प्रगतिशील साहित्यिक-सांस्कृतिक और वैचारिक गतिविधियों के साथ अपने बेहद सक्रिय और सहयोगाना व्यवहार के लिए भी उन्हें याद किया जाएगा। इस साल जुलाई माह में पटना में आयोजित जन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान भी हमें हमेशा की तरह उनका हर तरह का साथ और सहयोग मिला। उनके निधन से जन संस्कृति मंच ने अपने एक सच्चे हमदर्द को खो दिया है। जन संस्कृति मंच उनके शोकसंतप्त तमाम परिजनों और मित्रों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जाहिर करता है।

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