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प्रबंध समिति सदस्य का आरोप-धमका कर छितौनी इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य से इस्तीफा लिया गया

कुशीनगर. जिले के खड्डा तहसील के छितौनी इण्टर कालेज में प्रबन्ध तंत्र द्वारा प्रधानाचार्य से  इस्तीफा लिए जाने के मामले में प्रबन्ध समिति के सदस्यों ने प्रबन्धक के खिलाफ मोर्चा खेल दिया है. प्रबंध समिति के सदस्य हरि प्रसाद गुप्त ने आरोप लगाया है कि धमका कर प्रधानाचार्य से इस्तीफा लिया गया है क्योंकि वह विद्यालय में गबन और रिश्वतखोरी के मामले को उठा रहे थे.

श्री गुप्त ने मामले की जाँच के लिए लिए जिला विद्यालय निरीक्षक, जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है. साथ ही मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत की है.

श्री हरि प्रसाद गुुुप्त ने अपने दस सूत्रीय शिकायती पत्र में लिखा है कि विद्यालय के पास अपनी दस एकड कृषि योग्य भूमि है जिसकी आय तीन लाख रुपया प्रति वर्ष है लेकिन 25 वर्ष से अस्तित्व में आयी प्रबन्ध तंत्र के पास आय का कोई लेखा-जोखा नही है. कोई भी खेल शिक्षक डीपीएड व बीपीएड हो तो बिना एमपीएड किए प्रधानाचार्य नही बन सकता है लेकिन प्रबन्धक ने बिना एमपीएड किए एक शरीरीक शिक्षक को प्रधानाचार्य बना दिया है.

उन्होनें लिखा है कि कोई व्यक्ति बीए मे जो विषय नही पढा है उस विषय से एमए कैसे कर सकता है. ऐसे ही एक व्यक्ति को प्रबन्धक ने प्रवक्ता पद के लिए पदोन्नति कर प्रस्ताव भेज दिया है. विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य सुशील कुमार ने कार्यवाहक प्रबन्धक पर रिश्वतखोरी व गबन का आरोप लगाया था. उनके आरोप की जाॅच कराने के नाम पर प्रबन्धक ने मामले को ठण्डे बस्ते में डाल दिया.

श्री गुप्त ने लिखा है कि विद्यालय में 16 मानदेय अध्यापक नियुक्त है जिनको मानदेय देने के लिए छात्रों से वसूली गयी फीस में से मानदेय देने के बाद ढाई लाख रुपया का हेराफेरी की गई है. उन्होंने सभी मामलों की जाँच कराने, जाँच के बाद ही प्रबंध समिति का चुनाव कराने और प्रबंधक व कार्यवाहक प्रबंधक को चुनाव में भाग लेने से रोकने की मांग की है.

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