स्वास्थ्य

महराजगंज में 54470 और देवरिया में 68636 बच्चों को लगेगा जेई से बचाव का टीका

महराजगंज/ देवरिया. जापानी  इंसेफिलाइटिस (जेई) से बचाव के लिए महराजगंज जिले में 54470 बच्चों और देवरिया में 68636 बच्चों को टीका लगाया जायेगा.दोनों जिलों में 25 फरवरी को जेई टीकाकरण अभियान प्रारम्भ हुआ.

महराजगंज जिले में 25 फरवरी को नगर के इंदिरा नगर स्थित नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र से सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने फीता काट कर अभियान का शुभारंभ किया। अभियान में ट्रिपल ‘ए’ ( एएनएम, आशा व आंगनबाङी) की 293 टीम लगाई गई है। अभियान 8 मार्च तक चलेगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर क्षमा शंकर पांडेय ने कहा कि बीते साल चले जेई टीकाकरण में छूटे एक से 15 साल के बच्चों को टीका लगाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत कुल चिन्हित 54470 बच्चों को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए अभियान शुरू कर दिया गया है।

टीकाकरण के लिए कुल 293 टीम लगाई गई है। अभियान का पर्यवेक्षण के लिए हर ब्लाक में 6 से 8 सुपरवाइजर भी लगाए गए हैं।

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आईए अंसारी ने कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए दरवाजे व खिङकियों पर जाली लगवाएं।नियमित मच्छरदानी का प्रयोग करें। मच्छररोधी उपाय अपनाएं। अनुपयोगी वस्तुओं में पानी न इकट्ठा होने दें। पानी की टंकी को पूरी तरह ढंक कर रखें। पूरी बांह वाली कमीज व पैंट पहनें। गड्ढें में पानी न इकट्ठा होने दें। घर के आसपास पानी न जमा होने दें।
बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाएँ।सामान्य पानी की पट्टी सिर हाथ-पांव एवं पेट पर रखें।झोला छाप चिकित्सक से बचें। बिना चिकित्सक की सलाह के औषधियों का सेवन न करें।

देवरिया जिले में जापानी इंसेफिलाइटिस (जेई) से एक से 15 वर्ष तक के बच्चों को बचाने के लिए टीकाकरण अभियान का शुभारंभ सोमवार को जिला महिला अस्पताल में  किया गया। आठ मार्च तक  चलने वाले इस टीकाकरण अभियान की शुरूआत मुख्य अतिथि सीडीओ शिव सरणरप्पा  ने किया।

इस  मौके पर सीएमओ डॉ. एसऍन सिंह  ने कहा कि इस खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए शासन के निर्देश पर टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई है। जापानी इंसेफिलाइटिस बीमारी एक विषाणु जनित रोग है, जो ग्रुप बी वायरस के कारण होता है, जो सुअरों में बढ़ता और पनपता है। विशेष प्रकार का मादा क्यूलेक्स बिश्नोई मच्छर जब मनुष्य को काटता है तो थोड़े ही समय में मस्तिष्क के स्पाइनल कार्ड तथा मेनिनजीज में सूजन पैदा हो जाता है।

उन्होंने कहा कि इस खतरनाक बीमारी से एक वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों को बचाने के लिए जिले के 17 ब्लाकों में 68636 बच्चों को चिह्नित किया गया है। जिसमे 358 एएनएम, 2566 आशा व 3159 आंगनबाड़ियों की टीम बच्चों का टीकाकरण करेगी। इस अवसर पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी डॉ . डीबी शाही, डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ . सुरेंद्र सिंह, डॉ . संजय चंद, डॉ छोटेलाल, एआरओ राकेश चंद, डीएचआईओ विनोद मिश्रा, मुकेश चंद, अभिषेक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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