स्वास्थ्य

स्तनपान संबंधी व्यवहार को प्रोत्साहित करने के लिए स्टाफ नर्सों को दिया गया प्रशिक्षण

महराजगंज। मां का पहला प्यार ( मदर एब्सलूट एफेक्शन) को लेकर गुरुवार को जिला संयुक्त चिकित्सालय के कम्यूनिटी हाल में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जहाँ पर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्टाफ नर्सों को स्तनपान के व्यवहार को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।

प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर आरबी राम ने बताया कि कुछ महिलाओं में भ्रांतियों रहती है कि उन्हें दूध नहीं होता। वे बच्चे को अपने स्तन से लगाएं, जब बच्चा दूध पीने का प्रयास करेगा तो धीरे धीरे दूध बनना शुरू हो जाएगा।

यूपीटीएसयू( उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट) की प्रशिक्षक स्नेहा सिंह ने बताया कि सभी गर्भवती महिलाओं को स्तनपान के लाभ और प्रबंधन से अवगत कराया जाय। माताओं को जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान कराने में मदद किया जाए।

माताओं को स्तनपान का सही तरीका भी बताया जाए। शिशुओं को माताओं से अलग किए जाने की स्थिति में भी स्तनपान को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जाए। शिशुओं को 24 घंटे मां के पास रखने के व्यवहार को बढ़ावा दिया जाए।

स्तनपान का सही पोजीशन के बारे में प्रशिक्षक सुमनलता ने बताया कि शिशु को उस वक्त दूध पिलाया जाए जब माँ आराम से बैठी या लेटी हो। माँ अपने शिशु को अपने शरीर से सटाकर पकड़े।
शिशु का शरीर व मुँह मां की तरफ मुड़ा हो। शिशु का शरीर व सिर एक सीध में हो। माँ ने शिशु के गर्दन, पीठ और कुल्हे को सहारा दे रखी हो।

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली स्टाफ नर्सों में अनुराधा, अर्चना, सुनीता, पुष्पा, मोहिनी कुशवाहा, स्वेता सिंह,सुगंधा, गीता बघेल, संगीता, विजय लक्ष्मी, माया कुमारी,नीतू यादव,नाजरा, सुमित्रा आदि मौजूद रही।

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