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पूर्वांचल सेना ने ” विश्व नास्तिक दिवस” मनाया

गोरखपुर. पूर्वांचल सेना ने 23 मार्च को ” विश्व नास्तिक दिवस” मनाया. इस अवसर पर पूर्वांचल सेना ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के प्रतिमा के समक्ष कार्यक्रम आयोजित किया.

इस अवसर पर पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह नास्तिक थे, उन्होंने विधिवत अपने नास्तिक होने के कारण पर गहन विमर्श और तर्कशीलता विज्ञानवादी ज्ञान को संजोने वाली पुस्तक ” मैं नास्तिक क्यों हूँ” लिख कर दुनिया के सामने अपने नास्तिक होने के कारणों को रखा । उन्होंने भारत के युवाओं को भी ईश्वरवादी ना बनने का आह्वान किया था, इसलिए आज के के दिन विश्व नास्तिक मनाया जाना गर्व की बात है ।

उन्होंने कहा कि नास्तिकता धारण करना दुनिया में मनुष्य को मनुष्य को अलग करने वाली, एक संकुचित दायरे में बांधने वाली हर विचारधारा, धारणा, कारण आदि को दरकिनार करने जैसा है । उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर के वह लोग, जो धर्म, संप्रदाय, कुरीतियों, पाखंड से ऊपर उठकर तर्कवादी, खोजी , स्वतंत्र और वैज्ञानिक सोच वाली विचारधारा के साथ पूरी दुनिया को एक करना चाहते हैं, उन सब ने आज 23 मार्च को ” विश्व नास्तिक दिवस ” मनाने का आगाज किया है, हम पूर्वांचल सेना की ओर से उन सबका स्वागत करते हैं ।

इस अवसर पर पूर्वांचल सेना जिलाध्यक्ष सुरेंद्र वाल्मीकि, सोनू सिद्धार्थ, ईश कुमार, अमित सिंघानिया, विजय कन्नौजिया, मंजेश असुर, सत्येंद्र, अनिल बौद्ध, आशीष मगहिया, राम कृपाल साहनी,योगेंद्र प्रताप, दीपक थापा, सुधीराम रावत, अमित कुमार, कमलेश, ऋषभ राव समेत तमाम पूर्वांचल सैनिक मौजूद रहे ।

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