स्वास्थ्य

महराजगंज जिले में दो सीएचसी पर स्थापित होगा मिनी पीआईसीयू

महराजगंज। एईएस ने जिले में दस्तक दे दिया है  जिससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर भी कस लिया है। इसके क्रम में जिले के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 4-4 बेड का मिनी पीआईसीयू ( पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट) स्थापित किया जा रहा है.

जिले में जनवरी से 25 मार्च के बीच एईएस के कुल 10 मरीज भर्ती कराए गये। इस बीमारी से किसी की मृत्यु की नहीं सुचना है. अभी तक कोई केस जेई का नहीं आया है.

स्वास्थ्य विभाग इन साल जेई एईएस से निपटने के लिए निचलौल व रतनपुर सीएचसी पर मिनी पीआईसीयू स्थापित किया है.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर क्षमा शंकर पांडेय ने बताया कि दोनों सीएचसी पर 4-4 बेड सुरक्षित कर वहां पर वेंटिलेटर, आक्सीजन सिलेंडर, इनवर्टर आदि सामानों की व्यवस्था के साथ साथ चिकित्सक व स्टाफ नर्स की तैनाती कर दी गई है। अब जल्द ही इन स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर आरबी ने बताया कि जेई /एईएस से निपटने के लिए जिला अस्पताल के दस बेड के पीआईसीयू वार्ड को 15 बेड में तब्दील कर दिया गया है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विवेक श्रीवास्तव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग तो जेई एईएस से निपटने को व्यवस्था तो सुदृढ़ कर ही रहा है। मगर दिमागी बुखार पर काबू पाने के लिए जन सहयोग भी अपेक्षित है।

एसीएमओ ने आम जन से अपील किया है कि जेई / एईएस ने बचाव के लिए सभी लोग मच्छरदानी का प्रयोग करें। अपने आसपास के स्थान पर कहीं जलजमाव न होने दें। अगर कहीं जल भराव हो तो वहाँ पर फागिंग व छिङकाव कराएं। यदि किसी को तेज बुखार हो तो उसे तत्काल नजदीक के अस्पताल पर ले जाकर उपचार शुरू कराएं।

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