चुनाव

सुनील सिंह का आरोप-पुलिस ने घर आकर इनाकाउंटर की धमकी दी, कार्यकर्ता को पीटा, सभासद के घर तोड़फोड़ की

गोरखपुर। हिन्दू युवा वाहिनी भारत के अध्यक्ष सुनील सिंह ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके व उनके कई सहयोगियों के घर रात में छापा डाला और एक कार्यकर्ता बबलू अग्रहरि को गिरफ्तार कर बुरी तरह पीटा। उनके सहयोगी पार्षद सौरभ विश्वकर्मा के घर तोड़ फोड़ की गई है।

श्री सिंह ने पुलिस द्वारा इनकांउटर किए जाने की आशंका जाहिर करते हुए चुनाव आयोग को पर्यवेक्षक को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है किएसपी सिटी और सीओ गोरखनाथ ने भाजपा के पक्ष में मतदान कराने की नीयत से यह कार्रवाई की है। इन दोनों अधिकारियों के रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है।

हिन्दू युवा वाहिनी भारत के अध्यक्ष सुनील सिंह ने गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से नामांकन किया था लेकिन उनका नामांकन खारिज कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इशारे पर उनका नामांकन खारिज किया गया ताकि वह चुनाव नहीं लड़ सके। नामांकन खारिज होने के बाद उन्होंने 15 मई को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद गठबंधन प्रत्याशी रामभुआल निषाद को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी।

श्री सिंह ने आज सुबह फेसबुक पर लिखकर जानकारी दी कि रात दर्जनों पुलिस कर्मी उनके आवास पर पहुंचे। पुलिस उनके घर में घुसना चाहती थी लेकिन उनके अधिवक्ता भाई के विरोध के बाद चली गई। पुलिस के साथ आए सीओ गोरखनाथ ने इनकाउंटर की धमकी दी।

बाद में उन्हें पता चला कि उनके सहयोगी चंदन विश्वकर्मा व सौरभ विश्वकर्मा के घर पुलिस गई और उनके घर में तोड़फोड़ की। उनके संगठन के कार्यकर्ता बबलू अग्रहरि को राजघाट पुलिस घर से उठा ले गई और थाने ले जाकर बुरी तरह पीटा है। श्री अग्रहरि अभी भी पुलिस हिरासत में हैं।

हिन्दू युवा वाहिनी भारत के अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि जबसे मैने योगी आदित्यनाथ से बगावत की, तभी से मेरा उत्पीड़न हो रहा है। मुझे गिरफ्तार किया गया, फर्जी मामले दर्ज किए गए, रासुका में छह महीने जेल की तन्हाई में रखा गया और अब मुझे इनकांउटर की धमकी दी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि सुनील सिंह हिन्दू युवा वाहिनी के 15 वर्ष तक प्रदेश अध्यक्ष रहे थे जिसकी स्थापना योगी आदित्यनाथ ने की थी। श्री सिंह 2017 विधानसभा चुनाव के समय योगी आदित्यनाथ से अलग हो गए और एक वर्ष बाद नया संगठन हिन्दू युवा वाहिनी बना ली थी।

हिन्दू युवा वाहिनी भारत के संयोजक प्रेमशंकर मिश्र ने भी डीएम और एसएसपी को पत्र लिखकर कहा है कि ऊ प्र सरकार के इशारे पर गोरखपुर जिला प्रशासन द्वारा संगठन के कार्यकर्ताओं को अकारण उत्पीड़ित किया जा रहा है. बीती रात गोरखपुर पुलिस चन्दन विश्वकर्मा तथा कई अन्य कार्यकर्ताओं के घर गयी, दरवाजे खुलवा कर अपशब्द कहे गये,गलियाँ दी गयी. कुछ लोगों को पुलिस ने अविध हिरासत में रखा है.

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