साहित्य - संस्कृति

‘ सुलेमान मसरूर की शायरी में है ज़िंदगी का भरपूर अक्स ’

शायरी संग्रह ‘ अफ़कार का चिराग ‘ का विमोचन

गोरखपुर. मंगलवार को शायर सुलेमान मसरूर के शायरी संग्रह ‘अफ़कार का चिराग’ का विमोचन इस्लामिया कॉलेज ऑफ कॉमर्स के माउंट हेरा ब्लॉक में डॉ. अज़ीज़ अहमद, शरीफ अहमद एडवोकेट, डॉ. कलीम क़ैसर, मो. इफराहीम ने किया.

डॉ. अज़ीज़ अहमद ने कहा कि सुलेमान मसरूर की ज़िंदगी में उनकी शायरी का भरपूर अक्स है. वह हमारी रोज़मर्रा की शायरी में महारत रखते हैं.

डॉ कलीम क़ैसर ने कहा कि मसरूर की शायरी में ज़बान की चाशनी और सादगी दोनों एक साथ मौजूद है जो उन्हें लोगों से मुमताज़ करती है।

शरीफ अहमद ने कहा कि मसरूर की शायरी में जिंदगी की धड़कनें साफ सुनाई देती है।
विमोचन के बाद शहर के शायरों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं.

इस दौरान ओबैदुल्लाह चौधरी, डॉ. अशफ़ाक़ अहमद उमर, डॉ. दरख्शां तजवार, अब्दुल पयाम अंसारी, अरशद कमाल सामानी, शोएब, हामिद, उमेर अहमद, आफाक, अनवर ज्या, दिलशाद गोरखपुरी, अब्दुल हक इमाम, आरिफुल्लाह, मुजफ्फरुल्लाह सहित तमाम लोग मौजूद रहे.

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