राज्य

सोनभद्र में प्रदर्शन कर रहे भाकपा माले के सात नेता गिरफ्तार

लखनऊ.  भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य इकाई ने शुक्रवार को राबर्ट्सगंज (सोनभद्र) में पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं समेत सात कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर थाने में उत्पीड़न करने की कड़ी निंदा की है.

माले ने कहा कि अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के हालिया फैसले के आलोक में बाबरी मस्जिद विध्वंस के दोषियों को जल्द सजा देने के लिए छह दिसंबर को प्रदर्शन करने का पार्टी ने राष्ट्रीय आह्वान किया था. इस पर पार्टी कार्यकर्ता राबर्ट्सगंज तहसील मुख्यालय पर शांतिपूर्ण धरना और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को देने की तैयारी में थे. तभी स्थानीय चौकी प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस ने ज्ञापन छीन लिया और महिलाओं को अलग कर पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. थाने में उनकी पिटाई की गई. इसके भी पहले, पार्टी के दो नेताओं – राज्य स्थायी समिति (स्टैंडिंग कमेटी) के सदस्य शशिकांत कुशवाहा व जिला सचिव शंकर कोल को सुबह-सुबह पार्टी के राबर्ट्सगंज कार्यालय से गिरफ्तार किया गया, ताकि वे आज के धरना-प्रदर्शन में भाग न ले सकें। इन दोनों को दिन भर हिरासत में रखने के बाद शाम को रिहा किया गया, जबकि पांचों कार्यकर्ता जेल भेज दिये गये।

माले ने इसे योगी सरकार की अलोकतांत्रिक व दमनकारी कार्रवाई बताते हुए सभी गिरफ्तार लोगों की बिना शर्त अविलंब रिहाई की मांग की। वामपंथी कार्यकर्ताओं के साथ थाने में अपराधियों जैसा सलूक करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग भी की।

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