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असुरन -मेडिकल फोर लेन सड़क के नाला का बेस लेवल है ऊँचा, कालोनियां होंगी जलजमाव की शिकार

नगर विधायक ने फोरलेन सड़क और नाले के निरीक्षण के बाद नालो की फिर से लेवेलिंग कराने को कहा

गोरखपुर. असुरन-मेडिकल रोड पर फोर लेन सड़क और नाले का जिस तरह निर्माण हो रहा है, उससे सड़क के दोनों तरफ की कालोनियों व आवासीय बस्तियां स्थायी जलजमाव की शिकार होने वाली हैं. फोर लेन सड़क के साथ बनाये जा रहे नाले और कालोनियों की ओर से आ रहे नाले का बेस लेवल सामान नहीं है. नाला निर्माण में ग्रेडिएंट का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है.

नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने आज जब  नगर निगम तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों के सतह असुरन से मेडिकल कालेज तक सड़क और निर्माणाधीन नाले का निरीक्षण किया तो यह बात सामने आ गयी. निरीक्षण में  निर्माणाधीन नाले का बेस-लेवल एच एन सिंह चौराहे पर हडहवा फाटक से आने वाले नाले से 0•8 मीटर ऊंचा है.

नगर विधायक आज लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खण्ड के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार, सहायक अभियंता राजेश कुमार, सभी अवर अभियंताओं, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त अवनीन्द्र सिंह,पार्षद आलोक सिंह विशेन तथा राजेन्द्र तिवारी,भाजपा मण्डल अध्यक्ष अजय मणि त्रिपाठी,पूर्व मण्डल अध्यक्ष रमेश गुप्ता के साथ पंहुचे।

    एच. एन.सिंह चौराहे पर नगर विधायक ने अपनी,लोक निर्माण विभाग तथा सहायक नगर आयुक्त की उपस्थिति में नवनिर्मित हो रहे मेडिकल रोड नाले तथा हडहवा फाटक से आने वाले नाले के बेसल लेवल की पैमाइश लेवेल मशीन मंगवाकर करवाई. पता चला कि हडहवा फाटक का नाला मेडिकल रोड के नाले से 0•8 मीटर नीचा है. स्वाभाविक रूप से सामान्य समय में कालोनियों का पानी बहकर मेडिकल नाले में नही आयेगा और बरसात में तो पानी उलटा कालोनियों में जलजमाव पैदा करेगा.

 यह देख नगर विधायक नाराज हुए और उन्होंने नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने कहा कि वे तो लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं से पहले से ही यही कह रहे हैं लेकिन वे सुनते ही नहीं. नगर विधायक ने उन्हें निर्देशित किया कि जिलाधिकारी को इसकी सूचना दे और दोनों विभागो के अधिकारियों की उपस्थिति में  सही तरीके से लेवेलिंग करवाने के बाद ही इन्हें नाला बनाने दें. तब तक नाले का निर्माण रूका रहेगा.

 नगर विधायक ने अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि एक विशेष प्रकार का मैकेनिकल “नान रिटर्निंग वाल्व आता है जो सिर्फ एक निश्चित दिशा में ही पानी बहने देता है ,उसका प्राविधान करें. उन्होंने नालों को पूरी तरह ढँकने का भी विरोध किया और कहा कि ऐसे तो 8 किमी लम्बे नाले की कभी सफाई ही नहीँ होगी और एक साल में ही सिल्ट से भर कर नाला ब्लाक हो जायेगा।  उन्होंने कहा कि निर्माण के दौरान पूरे दिन धूल उड़ रही है और लोगो को एलर्जी और दमा हो रहा है. इसलिए रोज सुबह पूरे सडक पर ठीक से पानी डाला जाये. नगर विधायक ने यह भी कहा कि यह अंतिम रूप से तय कर दिया गया है कि एच एन सिंह चौराहे से असुरन की चौडाई सिंह 26 मीटर ही रहेगी.

  डॉ अग्रवाल ने कहा कि यह नाला सिर्फ मेडिकल कॉलेज तक ही बन रहा था जिसे  झुगिया गांव के मोड तक ले जाने के लिए निर्देशित किया गया है. मुआवज़े के बारे मे नागरिकों द्वारा पूछे जाने पर नगर विधायक ने कहा कि यह लोक निर्माण विभाग की गलती थी ,उन्होने ने मुआवजा की व्यवस्था नही की थी. लेकिन उन्होंने मुआवज़े की धन की व्यवस्था करा दी है. इसके लिये  89 करोड़ का विशेष बजट आ रहा है. बजट आते ही वे स्वयं मुआवजा वितरित करा देगे.

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