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परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए गोरखपुर मंडल के 153 स्वास्थ्यकर्मी सम्मानित

आशा कार्यकर्ता, एएनएम, चिकित्साधिकारी, सर्जन, कंसल्टेंट, डीपीएमयू व बीपीएमयू हुए सम्मानित

तीन जिलों के सीएमओ और एसआईसी ने मिल कर एडी हेल्थ को भी किया सम्मानित

गोरखपुर. अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जनार्दन मणि त्रिपाठी ने कहा है कि काम करने वालों को सम्मानित करने से एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास होता है। ऐसी प्रतिस्पर्धा से स्वास्थ्य के क्षेत्र में समुदाय को काफी फायदा मिलता है।

यह बातें उन्होंने परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले गोरखपुर मंडल के 153 लोगों को कंचनपुर स्थित एक होटल में सम्मानित करने के बाद कहीं। परिवार कल्याण-उत्कृष्ट सम्मान समारोह 2020 एवं परिवार नियोजन सर्विस प्रोवाइडर्स मीट नाम से हुए इस आयोजन में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, चिकित्साधिकारी, सर्जन, कंसल्टेंट, डीपीएमयू व बीपीएमयू से जुड़े लोग सम्मानित हुए।

आयोजन के दौरान सक्रिय सहयोग के लिए गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया के सीएमओ और जिला महिला अस्पताल गोरखपुर के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने एडी हेल्थ को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम की पृष्ठभूमि के बारे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डिवीजनल प्रोग्राम मैनेजर अरविंद पांडेय ने विस्तार से जानकारी दी। गोरखपुर के सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि ऐसे आयोजन प्रत्येक तीन माह पर करके अच्छा कार्य करने वाले लोगों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी गोरखपुर के निर्देशन में यहां परिवार नियोजन समेत सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है और यह टीम भावना से ही संभव हो पाया है।

देवरिया जनपद के सीएमओ डॉ. डीबी शाही ने कहा कि आशा कार्यकर्ता ही स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्रबिंदु हैं। परिवार नियोजन ही नहीं बल्कि जो भी कार्यक्रम चल रहे हैं, उनकी सफलता में आशा बहुओं की भूमिका बेहद अहम है, इसलिए उन्हें सतत प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। आभार ज्ञापन गोरखपुर के एसीएमओ आरसीएच डॉ. नंद कुमार ने किया, जबकि मंच संलाचन जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा ने किया।

इस अवसर पर महिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनंद प्रकाश श्रीवास्तव, सीएमओ महराजगंज डॉ. एके श्रीवास्तव, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अश्वनी चौरसिया, डॉ. मनीष चौरसिया, डॉ. सतीश सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन गोरखपुर की मंडलीय टीम से प्रीति सिंह, जसवंत मल्ल, अवनीश चंद्र, गोरखपुर से जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, विनोद मिश्र, पवन कुमार, विजय श्रीवास्तव प्रमुख तौर से मौजूद रहे।

इन्हें मिला पहला पुरस्कार

प्रेमलता मिश्र को महिला नसबंदी में मोटीवेशन के लिए पहला पुरस्कार मिला

महिला नसबंदी में मोटीवेशन के लिए महराजगंज जनपद के घुघली ब्लॉक की कोटवा की आशा कार्यकर्ता मंजू गौतम और गोरखपुर के चरगांवा की एएनएम प्रेमलता मिश्रा को पहला पुरस्कार दिया गया। पीपीआईयूसीडी में मोटिवेशन के लिए बांसगांव के उनवल गांव की आशा कार्यकर्ता सरोज और पुरुष नसबंदी में मोटीवेशन के लिए भाटपाररानी के रघुनाथपुर की आशा संगिनी रंजना देवी को पहला पुरस्कार दिया गया।

पुरुष नसबंदी के लिए सर्विस प्रोवाइडर श्रेणी में महराजगंज के सर्जन डॉ. आरपी राय, बेस्ट पर्फामिंग सर्जन महिला नसबंदी श्रेणी में महराजगंज के ही डॉ. रामनवल, सर्विस प्रोवाइडर पीपीआईयूसीडी श्रेणी में गोरखपुर के जंगल कौड़िया की स्टॉफ नर्स रूपम, बेस्ट पर्फामिंग ब्लॉक महिला नसबंदी में महराजगंज के निचलौल ब्लॉक, पुरुष नसबंदी श्रेणी में भाटपार रानी ब्लॉक, पीपीआईयूसीडी श्रेणी में जंगल कौड़िया ब्लॉक, अंतरा श्रेणी में महराजगंज के बहादुरी ब्लॉक, बेस्ट पर्फामिंग पार्टनर महिला नसबंदी में गोरखपुर के सूर्या क्लिनिक और पुरुष नसबंदी में प्रकाश सर्जिकल को पहले पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनके अलावा सहयोग करने वाले सभी मंडल, जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों सहित सहयोगी पार्टनर्स को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

क्षतिपूर्ति के लिए सम्बद्धता आवश्यक

डिवीजनल प्रोग्राम मैनेजर एनएचएम अरविंद पांडेय ने इस मौके पर जुटे सर्विस प्रोवाइडर्स से कहा कि उनका पंजीकरण डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी एश्योरेंस कमेटी में भी आवश्यक है। पंजीकरण के बाद एक प्रमाणपत्र व कोड दिया जाता है। सिर्फ हौसला साझेदारी के तहत पंजीकरण पर्याप्त नहीं है। जो लोग कमेटी में पंजीकरण नहीं कराएंगे उनके यहां नसबंदी का केस खराब होने पर लाभार्थी को क्षतिपूर्ति की रकम सरकार की ओर से नहीं मिल सकती है।

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