कोरोना के खिलाफ जंग में विवि शिक्षक और कर्मचारी 14 लाख रु का आर्थिक अंशदान करेंगे

शिक्षक,कर्मचारी एवं प्रशासनिक अधिकारी एक दिन का वेतन देंगे, कुलपति ने चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को अंशदान से मुक्त रखने का दिया निर्देश

गोरखपुर. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक कर्मचारी और अधिकारी वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी जंग में सरकार द्वारा उठाए गए व्यापक कल्याणकारी कार्यक्रमों और चिकित्सकीय उपकरणों के लिए अपनी ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक अंशदान करेंगे ।

विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह और कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह की इस आशय की अपील पर विश्व विद्यालय परिवार ने उत्साहपूर्वक अपनी सहमति व्यक्त की है ।

इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विजय कृष्ण सिंह ने शिक्षकों ,कर्मचारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के 1 दिन के वेतन के बराबर आर्थिक अंशदान की कटौती के प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति देते हुए कहा कि इस कटौती से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को मुक्त रखा जाएगा ताकि उनके लिए अपेक्षाकृत सीमित संसाधनों में अपनी आवश्यकताएं पूर्ति करने में आसानी हो सके।

इस कटौती से विश्वविद्यालय द्वारा लगभग 14 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किया जा रहा है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह ने इस निर्णय पर सहमति जताने के लिए शिक्षकों के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा किस चुनौतीपूर्ण समय में समाज के इस सब से प्रबुद्ध वर्ग का यह निर्णय उसकी संवेदनशीलता के साथ-साथ देश के प्रति उसकी कर्तव्य बोध के भाव से प्रेरित है।

प्रशासन से विवि के आवासीय क्षेत्र में आपूर्ति बहाल करने की मांग

प्रो सिंह ने आज प्रशासनिक नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों से वार्ता कर विवि परिसर की
आवासीय कालोनियों में दूध,सब्जियों एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुलभ कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूरा विवि परिवार प्रधान मंत्री एवं मुख्य मंत्री जी के बारम्बार अनुरोध तथा मानवता के हित मे लॉक डाउन के निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहा हैं पर इन क्षेत्रों में अभी तक सब्जियों या अ न्य वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हो रही है।